बाहों पर काली पट्टी बांध कर बीडीसी बैठक में पहुंचे क्षेपंस

संवाद सूत्र, मुनस्यारी: क्षेत्र पंचायत समिति की बैठक हंगामेदार रही। सदस्य बनने के बाद से आज तक एक

By JagranEdited By: Publish:Sat, 22 Sep 2018 03:24 PM (IST) Updated:Sat, 22 Sep 2018 06:18 PM (IST)
बाहों पर काली पट्टी बांध कर बीडीसी बैठक में पहुंचे क्षेपंस
बाहों पर काली पट्टी बांध कर बीडीसी बैठक में पहुंचे क्षेपंस

संवाद सूत्र, मुनस्यारी: क्षेत्र पंचायत समिति की बैठक हंगामेदार रही। सदस्य बनने के बाद से आज तक एक भी समस्या का समाधान नहीं होने से क्षेत्र पंचायत सदस्य बाहों पर काली पट्टी बांध कर बैठक में पहुंचे। मुनस्यारी क्षेत्र में पटरी से उतर चुकी विद्युत व्यवस्था को लेकर सदस्यों और प्रधानों ने बैठक का बहिष्कार किया। ऊपर से बैठक में मात्र तीन जिला स्तरीय अधिकारियों के मौजूद रहने को सदन की गरिमा के विपरीत बताते हुए प्रधानों और सदस्यों ने नारेबाजी की । अंत में ब्लॉक प्रमुख ने बैठक को 15 दिन के स्थगित कर दिया।

शनिवार को मुनस्यारी विकास खंड सभागार में बीडीसी बैठक प्रारंभ हुई। जिसमें तीन जिला स्तरीय अधिकारी जिला विकास अधिकारी गोपाल गिरि गोस्वामी, पीडी डीआरडीए डीडी पंत और सीएमओ डॉ. ऊषा गुंज्याल ही पहुंची थीं। बैठक में ग्राम प्रधान और क्षेत्र पंचायत सदस्य पहुंचने लगे तो सभी क्षेत्र पंचायत सदस्य बांहों में काला फीता बांध कर पहुंचे। सदस्यों का कहना था कि जब से वह सदस्य चुने गए तब से आज तक की बैठकों में उठाई गई एक भी समस्या का समाधान नहीं हुआ। सदन में उठाई गई समस्याओं को लेकर प्रस्ताव पारित होते हैं। अधिकारी बैठक में समस्याओं के समाधान का वादा करते हैं । हर बीडीसी बैठक में यही होता है।

पूर्व में बीडीसी बैठक में पूर्व सीएम तक मौजूद रहे। अन्य बैठकों में मंत्री तक पहुंचे परंतु सदन में जिन समस्याओं को उठाया गया वह जस की तस हैं। जिसे लेकर सदस्यों ने अपना विरोध लोकतांत्रिक ढंग से उठाया है। आगे की रणनीति बाद में तय की जाएगी। ब्लॉक प्रमुख नरेंद्र रावत की अध्यक्षता में जैसे ही बैठक की कार्यवाही प्रारंभ हुई तो पहले सदस्य और प्रधान बैठक में मात्र तीन जिला स्तरीय अधिकारियों की मौजूदगी तथा तहसील स्तर के अधिकारियों द्वारा भी अपने प्रतिनिधि भेजे जाने से आक्रोशित होने लगे । ऊपर से जब मुनस्यारी क्षेत्र की विद्युत व्यवस्था को लेकर सदस्य और प्रधान भड़कने लगे।

सदस्यों और प्रधानों का कहना था कि बार -बार बैठक में क्षेत्र की विद्युत अव्यवस्था को सुधारने की मांग की जाती रही। आज भी थल से मुनस्यारी तक आने वाले बिजली लाइन के खराब पोल नहीं बदले गए हैं। खराब ट्रांसफार्मर नहीं बदले हैं, जिन विद्यालयों को संयोजन देने थे उन्हें संयोजन नहीं दिए गए हैं। हल्की सी बारिश में मुनस्यारी क्षेत्र की आपूर्ति भंग हो जाती है7 ग्राम प्रधान संगठन के अध्यक्ष हरीश उप्रेती द्वारा उठाई गई इस समस्या को लेकर प्रधान और सदस्य भड़क गए और सदन प्रारंभ होते ही सदन में हंगामा हो गया। ऊपर से मानसून काल में बंद सड़कों को लेकर आवाज उठी। बैठक में लोनिवि अधिशासी अभियंता के स्थान पर मात्र एक जेई को देख कर सदस्य और प्रधान भड़क गए और उन्होंने सदन का बहिष्कार कर दिया ।

बैठक के बहिष्कार के बाद ब्लॉक प्रमुख नरेंद्र सिंह रावत ने बैठक में जिला स्तरीय अधिकारियों की न्यून उपस्थिति और तहसील स्तर के मुनस्यारी में ही रहने वाले अधिकारियों के भी नहीं पहुंचने को सदन की गरिमा के खिलाफ बताते हुए बैठक पंद्रह दिनों के लिए स्थगित कर दी। उन्होंने अगली बैठक में समस्त जिला स्तरीय और तहसील स्तरीय अधिकारियों को बैठक में पूरी तैयारी के साथ आने को कहा ।

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