सूचना का अधिकार मांगने के बाद मिल रही अंकतालिका

संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: एलएसएम राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय व महावि

By JagranEdited By: Publish:Fri, 20 Apr 2018 04:53 PM (IST) Updated:Fri, 20 Apr 2018 04:53 PM (IST)
सूचना का अधिकार मांगने के बाद मिल रही अंकतालिका
सूचना का अधिकार मांगने के बाद मिल रही अंकतालिका

संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: एलएसएम राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय व महाविद्यालय प्रशासन की लापरवाही के शिकार हो रहे हैं। छात्र-छात्राओं को समय पर अंकतालिकाएं नहीं मिल पा रही हैं। विश्वविद्यालय अंकतालिकाएं भेजने की बात कहा रहा है तो महाविद्यालय अंकतालिकाएं न मिलने की। जिस कारण उन्हें खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मजबूर होकर जब विद्यार्थी सूचना का अधिकार मांग रहे हैं, तो उन्हें अंकतालिकाएं भेजी जा रही हैं।

महाविद्यालय में गठित आरटीआइ सेल की मासिक गोष्ठी में इस तरह के कई चौंकाने वाले मामले सामने आए हैं। आरटीआइ सेल के किशोर कुमार ने विगत माह समिति द्वारा किए गए कार्याें का ब्यौरा देते हुए कहा कि मार्च माह में कुल 28 मामलों पर सूचना का अधिकार लगाया गया था। जिनमें से पांच के जवाब आ चुके हैं। किशोर ने कहा कि बस्ते निवासी सुनीता चंद ने वर्ष 2012 में स्नातक कर लिया था, मगर उन्हें अभी तक अंकतालिका नहीं मिल पाई है। इसी तरह उषा राठौर ने भी वर्ष 2012 में एमए कर लिया था, उन्हें भी अभी तक मार्कशीट नहीं उपलब्ध हुई है। इसके अलावा कई छात्र-छात्राएं अंकतालिका के लिए महाविद्यालय के चक्कर काट रहे हैं। महाविद्यालय प्रशासन अंकतालिका नहीं पहुंचने की बात कहकर मामले से पल्ला झाड़ देता है। बाद में जब आरटीआइ के माध्यम से विश्वविद्यालय में जवाब मांगा गया तो कुछ समय बाद कई छात्र-छात्राओं की अंकतालिका उनके पते पर भेज दी गई। छात्रसंघ अध्यक्ष महेंद्र रावत ने कहा कि छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ इस तरह का मजाक बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि विश्वविद्यालय व महाविद्यालय प्रशासन ने अपने रवैये में सुधार नहीं किया तो छात्रों को उग्र आंदोलन करने को बाध्य होना पड़ेगा। गोष्ठी में राहुल कुमार, शिवम, मोहित, नूतन, पूजा, आशीष, मुकेश आदि मौजूद थे।

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