पिथौरागढ़ जिले में बारिश थमी पर उन्नीस सड़कों पर मलबे से ब्रेक

पिथौरागढ़ जिले में दो दिन बारिश के बाद गुरु वार को मौसम खुला परंतु 19 सड़कें अभी भी बंद हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 Jul 2020 11:20 PM (IST) Updated:Fri, 10 Jul 2020 06:18 AM (IST)
पिथौरागढ़ जिले में बारिश थमी पर उन्नीस सड़कों पर मलबे से ब्रेक
पिथौरागढ़ जिले में बारिश थमी पर उन्नीस सड़कों पर मलबे से ब्रेक

पिथौरागढ़, जेएनएन : दो दिन बारिश के बाद गुरु वार को मौसम खुला, परंतु दो दिन की बारिश ने जिले की 24 सड़कों पर यातायात प्रभावित किया। जिसमें पांच सड़कें खुल चुकी हैं पर अभी भी उन्नीस सड़कों पर मलबे का ब्रेक लगा है।

बुधवार की रात को मौसम शांत रहा। पिछले 24 घंटे के भीतर बेरीनाग में सर्वाधिक 22.80 मिमी बारिश हुई । पिथौरागढ़ में 8, डीडीहाट में 7.50, धारचूला में 11.80 गंगोलीहाट में 12.80 और मुनस्यारी में 12 एमएम बारिश हुई। जिसका असर सुबह जिले की सड़कों पर दिखा। टनकपुर-तवाघाट मार्ग घाट के निकट दिल्ली बैंड के पास मलबा आने से लगभग दो घंटे बंद रहा।

धारचूला: टनकपुर -तवाघाट मार्ग पर पिथौरागढ़ से धारचूला के मध्य धारचूला के निकट गोठी में मलबा आने से लगभग दो घंटे बंद रहा। तीन दिन से चीन सीमा को जोड़ने वाली तवाघाट-सोबला-दारमा मार्ग दिन में एक बजे के आसपास खुल सका है। जबकि चीन सीमा तक जाने वाला तवाघाट-गर्बाधार-लिपुलेख मार्ग तीसरे दिन भी बंद है। काली नदी 888.65 मीटर पर बह रही है यहां पर चेतावनी जलस्तर 889 मीटर है।

नाचनी : तीन दिन से नाचनी के निकट नया बस्ती के पास बंद मार्ग गुरु वार की दोपहर को खुल चुका है। मार्ग खुलने के बाद फंसे वाहन निकल सके। बुधवार की रात की बारिश से नया बस्ती और हरड़िया में मलबा आ गया था। दोपहर को मार्ग यातायात के लिए खोल दिया गया है, परंतु नया बस्ती, हरड़िया व रातीगाड़ के पास मलबा गिरने की संभावना बनी है।

मुनस्यारी: तहसील क्षेत्र के ग्रामीण मार्ग अभी भी बंद हैं। थल-मुनस्यारी मार्ग के लगातार बंद रहने से सीमांत की जनता की दुश्वारियां बढ़ चुकी हैं। प्रतिदिन हरड़िया, नया बस्ती में मलबा आने से आवागमन में परेशानी हो रही है। एक सप्ताह पूर्व चीन सीमा को जोड़ने वाले पैदल मार्ग में सुरिगगाड़ में बहे पुल के स्थान पर लोनिवि नया पुल बनाने की तैयारी में है। मुनस्यारी के अति दुर्गम और दूरस्थ नामिक गांव में भूस्खलन से पैदल मार्ग ध्वस्त हुए हैं और खेत मलबे से पट चुके हैं। नामिक गांव सड़क मार्ग से 27 किमी की दूरी पर स्थित है। बला से गांव तक पैदल मार्ग भी चलने योग्य नहीं है। ============ जिले के बंद प्रमुख मार्ग मदकोट-बौना, मदकोट-दारमा, बंगापानी -जाराजिबली, बांसबंगड्-माणीधामी, बांसबगड़-कोटा पंद्रहपाला, सेलमाली-दाखिम, नाचनी-भैंस्कोट, देवलथल-कनालीछीना, पांखू-संगोड़-दाणू, बेरीनाग-पौसा पस्तोला आदि हैं।

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