आर्य सभ्यता का नैतिक मूल्य शाश्वत : डॉ. गुरुकुलानंद

संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: भारतीय संस्कृति शिक्षा संस्थान ने नैतिक मूल्यों की स्थापना के उद्देश्य से व

By Edited By: Publish:Sun, 22 May 2016 06:38 PM (IST) Updated:Sun, 22 May 2016 06:38 PM (IST)
आर्य सभ्यता का नैतिक मूल्य शाश्वत : डॉ. गुरुकुलानंद

संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: भारतीय संस्कृति शिक्षा संस्थान ने नैतिक मूल्यों की स्थापना के उद्देश्य से विवेकानंद इंटर कालेज धारचूला में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया।

केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के दिशा निर्देशन में आयोजित कार्यशाला में मुख्य वक्ता डॉ. गुरुकुलानंद कच्चाहारी ने युवा पीढ़ी में पश्चिमी सभ्यता की नकल पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि आर्य सभ्यता द्वारा स्थापित नैतिक मूल्य शाश्वत हैं। उन्होंने विद्यालयों में नैतिक शिक्षा पर विशेष ध्यान दिए जाने की जरूरत बताई। विशिष्ट अतिथि डॉ. तारा सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नैतिक मूल्यों का विस्तार पूरी दुनिया में करने के लिए भगीरथ प्रयास कर रहे हैं। उन्हीं के प्रयासों से 21 जून को विश्व योग दिवस घोषित किया गया है। कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए एसएसबी के एरिया कमांडर एसके ठाकुर ने विद्यार्थियों में अनुशासन पर बल देते हुए कहा कि नैतिक शिक्षा के लिए परिवार पहली पाठशाला है। नैतिक मूल्यों से ही राष्ट्रभक्ति की भावना प्रबल होती है। जिला संयोजक आचार्य नवीन चंद्र शर्मा ने कहा कि कार्यशाला में सात स्कूलों के बच्चे प्रतिभाग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसी तरह की कार्यशाला गंगोलीहाट, थल और पिथौरागढ़ में भी आयोजित की जाएंगी। कार्यक्रम का संचालन प्रधानाचार्य कैलाश चंद तिवारी ने किया। कार्यशाला में एसएसबी के डिप्टी कमांडेंट पीएन सिंह, विमला साही, दौलत सिंह, हरपाल सिंह, कुमुद कांत जोशी, प्रेम सिंह धामी, कृष्णानंद भट्ट, लक्ष्मण सिंह, प्रवीण सिंह आदि ने विचार रखे।

chat bot
आपका साथी