जूना अखाड़े के सभापति श्री महंत प्रेम गिरी महाराज पवित्र छड़ी के साथ पहुंचे फलस्वाड़ी

जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: जूना अखाड़े के सभापति श्री महंत प्रेम गिरी महाराज के नेतृत्व में प

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 03:00 AM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 03:00 AM (IST)
जूना अखाड़े के सभापति श्री महंत प्रेम गिरी महाराज पवित्र छड़ी के साथ पहुंचे फलस्वाड़ी
जूना अखाड़े के सभापति श्री महंत प्रेम गिरी महाराज पवित्र छड़ी के साथ पहुंचे फलस्वाड़ी

जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल:

जूना अखाड़े के सभापति श्री महंत प्रेम गिरी महाराज के नेतृत्व में पवित्र छड़ी धार्मिक यात्रा के फलस्वाड़ी पहुंचने पर ग्रामीणों ने जयघोष के साथ साधु संतों का स्वागत किया। फलस्वाड़ी के पौराणिक सीतामाता मंदिर (सीतामढ़ी) में पूजा अर्चना के बाद श्री महंत प्रेम गिरी महाराज ने ग्रामीणों के साथ इस पौराणिक स्थल के धार्मिक महत्व को साझा किया। उन्होंने कहा कि सीतामाता मंदिर स्थल पर लव-कुश को भगवान राम को सौंपने के बाद माता सीता ने भू समाधि ली थी। आम जन में जानकारी के अभाव से यह पौराणिक तीर्थ स्थल अभी तक उपेक्षित है। इस धार्मिक स्थल का व्यापक प्रचार प्रसार करना जरूरी है। सीतामाता मंदिर को लेकर सरकार को व्यापक स्तर पर कार्य करना चाहिए। इससे युवाओं को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे।

श्री महंत प्रेम गिरी महाराज ने कहा कि यात्रा में युवाओं को पलायन न करने को लेकर भी जागरूकता कार्यक्रम किए जा रहे हैं। धर्म के प्रति युवाओं में आस्था का होना भी समाज हित में है। इस अवसर पर महंत वशिष्ठ गिरी महाराज, महंत रणधीर गिरी, महंत पारस पुरी, महंत गौतम गिरी और गोपाल रावत, आजाद गिरी, धर्मेद्र पुरी भी उपस्थित थे। इनसेट 70 साल बाद पवित्र छड़ी यात्रा शुरू की

श्री महंत प्रेम गिरी महाराज के नेतृत्व में पवित्र छड़ी के साथ चारधाम यात्रा पुन: शुरू की गई है। लगभग 70 साल बाद यह धार्मिक यात्रा शुरू हुई है। साधु संत बताते हैं कि आदि शंकराचार्य के साथ इस पवित्र छड़ी की चारधाम यात्रा की धार्मिक परंपरा भी है जो लगभग 70 साल पहले बागेश्वर में स्थगित हो गई थी।

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