Road Safety With Jagran : सुरक्षित और सुगम यातायात को और भी सशक्त बनाएंगे चेकपोस्ट, टीएसआइ की तैनाती भी की गई

Road Safety With Jagran Road Safety With Jagran सड़क सुरक्षा के लिहाज से यातायात को सुगम और व्यवस्थित बनाने के बाद कई बार जाम लगने शराब पीकर वाहन चलाना ओवरलोड ओवरस्पीड तमाम ऐसे मामले सामने आते हैं जो कई बार सड़क दुर्घटना के कारण बनते हैं।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Sun, 27 Nov 2022 07:18 PM (IST) Updated:Sun, 27 Nov 2022 07:18 PM (IST)
Road Safety With Jagran : सुरक्षित और सुगम यातायात को और भी सशक्त बनाएंगे चेकपोस्ट, टीएसआइ की तैनाती भी की गई
Road Safety With Jagran श्वेता चौबे, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी गढ़वाल।

जागरण संवाददाता, पौड़ी: Road Safety With Jagran सड़क सुरक्षा के लिहाज से यातायात को सुगम और व्यवस्थित बनाने के बाद कई बार जाम लगने, शराब पीकर वाहन चलाना, ओवरलोड, ओवरस्पीड तमाम ऐसे मामले सामने आते हैं, जो कई बार सड़क दुर्घटना के कारण बनते हैं। इन्हीं सब बातों को लेकर 'दैनिक जागरण' ने पौड़ी जनपद की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे से बातचीत की। एसएसपी ने कहा कि चेकपोस्टों को और सशक्त बनाने के अलावा जहां यातायात पुलिस की और जरुरत थी, वहां टीएसआइ की तैनाती भी की गई। आमजन की सहूलियत को देखते हुए हर वह कार्य किए जाएंगे, जो सुगम यातायात और सड़क सुरक्षा के लिए जरूरी हैं।

सवाल: पौड़ी, श्रीनगर व कोटद्वार जो जनपद के बडे शहर हैं, वहां कई बार वाहनों की जाम की स्थिति बन जाती है। खासकर श्रीनगर में यात्राकाल में यह सब देखने को मिलता है। इसे कैसे कम किया जाएगा। जवाब: पहली बार श्रीनगर व पौड़ी में बेहतर यातायात के लिए टीएसआइ की तैनाती की गई है। लक्ष्मणझूला व कोटद्वार में कौडिया चैक पोस्ट को और भी सशक्त बनाया जा रहा है ताकि वाहनों की जांच से लेकर हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके। सवाल: जनपद के बड़े शहरों में पार्किंग की भी एक समस्या है। यह भी जाम का कारण बनता है। इससे कैसे निपटा जाएगा। जवाब: पार्किंग की समस्या को दूर करने के लिए पार्किंग पाकेट चयनित किए जा रहे हैं, ताकि निर्धारित स्थान पर ही वाहन पार्क हों। स्थान चयन के लिए सभी थानाध्यक्षों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। शहरों में यातायात पुलिस इस कार्य में जुटी रहती है। सवाल: जनपद के अंतर्गत सड़कों पर कई स्थान ऐसे हैं, जो दुर्घटना संभावित चिह्नित हैं। यहां सुरक्षा के लिहाज से कैसा निपटा जाएगा। जवाब: जहां दुर्घटना की संभावना रहती है, ऐसे स्थानों, मोड़ों पर पैराफिट, क्रैश बैरियर लगे, इसके लिए थानाध्यक्षों को अपने-अपने क्षेत्रों की सूची बनाने के निर्देश दिए हैं। सुरक्षा के लिहाज से यह सूची संबंधित विभागों को भेजी जाएगी। सवाल: ओवरलोड, ओवरस्पीड आदि कई कारक हैं, जो कई बार दुर्घटना के कारण बनते हैं। तमाम कवायद के बाद भी इन पर लगाम नहीं लग पा रही है। इस पर कैसे नियंत्रण होगा। जवाब: जनपद के सभी थानाध्यक्षों को ओवरलोड, शराब पीकर वाहन चलाना, ओवरस्पीड रोकने के लिए नियमित वाहनों की चेकिंग करने के निर्देश दिए हैं। इस दिशा में कार्य किया भी जा रहा है। दूरस्थ क्षेत्र जैसे रिखणीखाल, थलीसैंण, धुमाकोट आदि सभी क्षेत्रों में नियमित रूप से यह कार्य हो, इसके लिए कहा गया है। सड़क सुरक्षा के लिहाज से इसकी समीक्षा की जाती है। सवाल: रात्रि गश्त कितनी कारगर हो रही है। इस पर भी नजर होती है कि वास्तव में गश्त हो रही है या नहीं। जवाब: रात्रि गश्त को लेकर बिल्कुल स्पष्ट निर्देश हैं। इसके लिए पौड़ी, श्रीनगर व कोटद्वार में जोनल अधिकारी बनाए गए हैं। जो इसकी जांच भी करेंगे और जो टीम गश्त करती है, वह वट्सएप पर बने ग्रुप रात्रि को वहां की लोकेशन फोटो भी साझा करेंगे। मैं खुद इसकी मानिटरिंग करती हूं।

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