संदिग्ध छात्र मामले की जांच को कमेटी गठित

जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: शक के दायरे में आए श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के एक संदिग्ध छात्र के मामल

By Edited By: Publish:Tue, 25 Nov 2014 09:23 PM (IST) Updated:Tue, 25 Nov 2014 09:23 PM (IST)
संदिग्ध छात्र मामले की जांच को कमेटी गठित

जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: शक के दायरे में आए श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के एक संदिग्ध छात्र के मामले की जांच प्राचार्य की ओर से गठित जांच कमेटी कर रही है। जांच कमेटी को एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट प्राचार्य को देनी है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आइएस योग ने कहा कि पुलिस अधीक्षक पौड़ी से इस मामले में मिले पत्र के आधार पर यह जांच की जा रही है। कॉलेज के उपप्राचार्य डॉ. देशदीपक की अध्यक्षता में गठित पांच सदस्यीय कमेटी यह जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि संबंधित संदिग्ध हॉस्टल में भी नहीं रहता है।

मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य ने कहा कि वर्ष 2014 में जिन 100 छात्र-छात्राओं ने श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस प्रथम वर्ष में प्रवेश लिया है। उन सभी छात्र-छात्राओं को प्रवेश परीक्षा, काउंसिलिंग व मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के दौरान ली गई फोटो, अंगूठों के निशान और हस्ताक्षर की जांच का काम पंतनगर विश्वविद्यालय कर रहा है। जिसके लिए पंतनगर विवि दिल्ली अथवा हैदराबाद की फॉरेन्सिक प्रयोगशाला में इनके मिलान करवा रहा है। 2014 की उत्तराखंड पीएमटी प्रवेश परीक्षा पंतनगर विवि ने आयोजित की थी।

मुख्यमंत्री से जांच की मांग

मेडिकल कॉलेज में फर्जी छात्रों के प्रवेश ले लेने के मामले को गंभीर बताते हुए बिड़ला परिसर छात्रसंघ और विश्वविद्यालय छात्र नेताओं ने मुख्यमंत्री से इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करने की मांग की है। उपजिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजे गए ज्ञापन में कहा गया है कि जो फर्जीवाड़ा करने वाले सिंडिकेट का भांडा फूटना जरूरी भी है। श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के सभी बैचों की गहराई से जांच कर पकड़े जाने वाले संदिग्ध छात्रों को तत्काल जेल भेजा जाए। छात्रसंघ अध्यक्ष दिव्यांशु बहुगुणा, महासचिव रजनीश लिंगवाण, संयुक्त छात्र परिषद के संयोजक विकास कठैत, सहसंयोजक पुष्पेंद्र पंवार, आइसा अध्यक्ष अतुल सती, दीपक सजवाण आदि की ओर से ज्ञापन प्रेषित किया गया।

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