देश रक्षा की कसम लेकर भारतीय थल सेना का अभिन्न अंग बने 208 जवान

जीवन का सर्वोच्च बलिदान देने की कसम लेकर गढ़वाल राइफल्स रेजीमेंट सेंटर के 208 जवान भारतीय थल सेना का अभिन्न अंग बन गए।

By Edited By: Publish:Sat, 22 Dec 2018 06:02 PM (IST) Updated:Sun, 23 Dec 2018 02:00 PM (IST)
देश रक्षा की कसम लेकर भारतीय थल सेना का अभिन्न अंग बने 208 जवान
देश रक्षा की कसम लेकर भारतीय थल सेना का अभिन्न अंग बने 208 जवान

पौड़ी, जेएनएन। सरहद की रक्षा के लिए वक्त पड़ने पर अपने जीवन का सर्वोच्च बलिदान देने की कसम लेकर गढ़वाल राइफल्स रेजीमेंट सेंटर के 208 जवान भारतीय थल सेना का अभिन्न अंग बन गए। परेड के पुनर्निरीक्षण अधिकारी बिग्रेडियर वीएम चौधरी ने नवप्रशिक्षित जवानों से गढ़वाल रेजीमेंट की ख्यति को विश्वविख्यात करने का आह्वान किया।

शनिवार को गढ़वाल राइफल्स रेजीमेंट सेंटर कोर-80 के 208 नवप्रशिक्षित जवानों के लिए भवानी दत्त परेड ग्राउंड में शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। परेड के आर्मी कैडेट कॉलेज विंग भारतीय सेना अकादमी देहरादून के पुनर्निरीक्षण अधिकारी ब्रिगेडियर वीएम चौधरी कमांडर ने परेड की सलामी ली। इस मौके पर नवप्रशिक्षित जवानों ने शानदार ड्रिल का प्रदर्शन किया।

रेजीमेंट के धर्मगुरु पंडित सूबेदार मेजर शशांक शेखर डिमरी ने राष्ट्रीय ध्वज को साक्षी मानकर व धर्मग्रंथ गीता को स्पर्श कर राष्ट्रीयता व कर्तव्यपरायणता की शपथ दिलवाई। परेड को संबोधित करते हुए ब्रिगेडियर वीएम चौधरी ने कहा कि एक अच्छे सैनिक के अंदर ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठा, आज्ञाकारिता जैसे गुणों का होना बेहद आवश्यक है। उन्होंने सैनिकों के परिजनों को भी शुभकामनाएं दी।

परेड के दौरान गढ़वाल राइफल्स के रेजीमेंटल बैंड की प्रस्तुतियों ने शपथ ग्रहण समारोह की सारगर्भिता बढ़ा दी। परेड में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद ब्रिगेडियर वीएम चौधरी ने 34 सप्ताह के कठिन प्रशिक्षण के दौरान सर्वोत्तम प्रदर्शन के लिए राइफलमैन मनीष कुमार को स्वर्ण, राइफलमैन अनुज शाह को रजत और राइफलमैन भूपेंद्र सिंह को कांस्य पदक से सम्मानित किया। परेड के दौरान सैनिक आश्रितों के परिजन विभिन्न स्थानों से बड़ी संख्या में पहुंचे थे।

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