उत्तराखण्ड चुनाव 2022 : ऐसे चेहरे व नाम का क्या करना जिसके पास मुख्यमंत्री रहने के बाद भी कोई सीट नहीं : रणजीत रावत
उत्तराखण्ड विधानसभा चुनाव 2022 उत्तराखंड में कांग्रेस प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी होने के बाद से ही कई सीटों पर बगावत देखने के लिए मिल रही है। सर्वाधिक चर्चा है रामनगर सीट की। जहां से पूर्व सीएम हरीश रावत को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है।
जागरण संवादाता, रामनगर : विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी होने के बाद से ही पार्टी में हलचल तेज हो गई है। खबर आ रही है कि कई सीटों पर बगावत के चलते पार्टी हाईकमान ने दूसरी सूची के सभी 11 नामों को होल्ड कर लिया है। इनमें सबसे हाट सीट है रामनगर की। जहां से पार्टी ने पूर्व सीएम हरीश रावत को उम्मीदवार बनाया है। जबकि इसी सीट से पार्टी के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रणजीत रावत भी दावा जता रहे थे। वहीं 28 तारीख को हरीश रावत ने इसी सीट से नामांकन करने का भी ऐलान कर दिया है। जिसके बाद से रणजीत रावत ने टिकट वितरण को लेकर हरीश रावत समेत पार्टी पर सवाल उठा दिए हैं।
कांग्रसे के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रणजीत रावत मोतीपुर स्थित अपने घर पर जुटे समर्थकों व कार्यकर्ताओं से पूछा कि क्या खेत को उपजाऊ बनाकर फसल दूसरों को काटने दें। इसके साथ ही उन्होंने समर्थकों से कहा कि आप चुनाव लड़ने का जो भी फैसला लेंगे उसे स्वीकार करेंगे। चेतावनी देते हुए दो टूक कहा कि पार्टी को कार्रवाई करनी हो तो करे। संगठन का यह निर्णय सरासर गलत है। हरदा का नाम लिए बिना कहा कि जो व्यक्ति कहता है मुझे चेहरा बनाया जाए। मेरे काम व नाम पर वोट पड़ेगा, तो वह दूसरी जगह क्यों चुनाव नहीं लड़ते हैं।
ऐसे चेहरे व नाम का क्या करना जिसके पास प्रदेश में सीएम रहने के बाद भी कोई सीट नहीं है। पार्टी हाईकमान अपने निर्णय को बदले। उन्होंने कहा कि कई सीटों पर पहले से अपने क्षेत्र में जमे हुए लोगों को इधर उधर कर दिया गया है। हरदा पर निशाना साधते हुए कहा कि जो मुझे अब रामनगर से सल्ट भेज रहे हैं। उन्होंने ही मुझे पहले सल्ट से रामनगर भेजा। उन्होंने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि जो व्यक्ति जहां सेवा दे रहा है, यदि उसे वहां से नहीं लड़ाना है तो पार्टी संगठन फिर खड़ा कैसा होगा।
पार्टी जमे हुए पौधे को उखाड़ कर नया पौधा लगाने का काम कर रही है। ऐसे में पार्टी को कैसे जीत का फल मिलेगा। रावत ने बताया कि बुधवार को अवकाश की वजह से नामांकन नहीं होने हैं। लेकिन निर्णय ले लिया जाएगा। इस दौरान पालिकाध्यक्ष मो. अकरम, कांगे्रस नगर मंडल अध्यक्ष डीसी हर्बोला, ग्रामीण मंडल अध्यक्ष देशबंधु रावत, निशांत पपनै, मालधन मंडल अध्यक्ष मौजूद रहे।
मैं खुद रूठा हूं, रूठों को कैसे मनाऊं
कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रणजीत रावत ने मीडिया कर्मियों द्वारा पूछे एक सवाल पर कहा कि पार्टी ने रामनगर से मुझे ही खुद टिकट नहीं दिया है। रूठों को मनाने की जिम्मेदारी मेरे पास अभी नहीं है। अभी तो मैं ही खुद उस श्रेणी में हूं।