कार्बेट में विश्व गैंडा दिवस पर संरक्षण के लिए दिया जोर, सींग की तस्करी के चलते होता है शिकार

गैंडों के संरक्षण के लिए सरकार कार्बेट पार्क में भी इन्हें लाने की योजना बना रही है। उत्तराखंड सरकार ने वन्य जीव बोर्ड की बैठक में इस योजना को पास कर अंतिम स्वीकृति के लिए भारत सरकार को भेजा है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 09:25 PM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 09:25 PM (IST)
कार्बेट में विश्व गैंडा दिवस पर संरक्षण के लिए दिया जोर, सींग की तस्करी के चलते होता है शिकार
स्वीकृति मिलने पर कार्बेट में बाघों के साथ ही गैंडे भी दिखाई देंगे। कार्बेट में पर्यटन भी बढ़ेगा।

जागरण संवाददाता, रामनगर: कार्बेट टाइगर रिजर्व के बिजरानी गेट पर आयोजित कार्यक्रम में गैंडे के संरक्षण पर जोर दिया गया। बुधवार को आमडंडा स्थित बिजरानी गेट पर कार्बेट इंडेन गैस सर्विस द्वारा विश्व गैंडा दिवस के मौके पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें गैंडे के संरक्षण पर जोर दिया गया। वक्ताओं ने कहा कि देश में गैंडों के अस्तित्व पर संकट बरकरार है।

गैंडों के सींग का अवैध व्यापार होने के कारण इनके शिकार पर सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाया गया है। लेकिन विश्व स्तर पर गैंडों का शिकार रूक नहीं रहा है, जो कि चिंता का विषय है। इससे इनकी संख्या पर असर पड़ रहा है। शिकार की वजह से  वन्य जीवों के संरक्षण के प्रयासों पर भी असर पड़ रहा है। इसलिए इनका संरक्षण किया जाना जरूरी है। लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। हर वन्य जीव का अपना एक महत्वपूर्ण स्थान है। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि विधायक प्रतिनिधि मदन जोशी ने कहा कि गैंडे भारत में पश्चिमी बंगाल, असम व उत्तर प्रदेश में मिलते हैं।

गैंडों के संरक्षण के लिए सरकार कार्बेट पार्क में भी इन्हें लाने की योजना बना रही है। उत्तराखंड सरकार ने वन्य जीव बोर्ड की बैठक में इस योजना को पास कर अंतिम स्वीकृति के लिए भारत सरकार को भेजा है। गैंडों के लिए कार्बेट की जमीन अनुकूल है। विशेषज्ञ पूर्व में कार्बेट में अध्ययन भी कर चुके हैं। स्वीकृति मिलने पर कार्बेट में बाघों के साथ ही गैंडे भी दिखाई देंगे। बाघों के साथ ही गैंडे दिखने से कार्बेट में पर्यटन भी बढ़ेगा। इस दौरान संजीव ठाकुर, राम कुमार,  आशीष ठाकुर, प्रमोद कुमार, सुभाष चंद्रा, सौरभ, नरेंद्र कुमार व पवन कुमार मौजूद रहे।

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