कुमाऊं भर में हुई बारिश से लोगों को गर्मी से मिली राहत, काश्‍तकारों के माथे पर चिंता की लकीरें

मंगलवार को कुमाऊं भर में रिमझिम बारिश से लोगों को गर्मी से निजात मिली है तो वहीं काश्‍तकारों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Wed, 17 Apr 2019 09:59 AM (IST) Updated:Wed, 17 Apr 2019 09:59 AM (IST)
कुमाऊं भर में हुई बारिश से लोगों को गर्मी से मिली राहत, काश्‍तकारों के माथे पर चिंता की लकीरें
कुमाऊं भर में हुई बारिश से लोगों को गर्मी से मिली राहत, काश्‍तकारों के माथे पर चिंता की लकीरें

हल्द्वानी, जेएनएन : दो दिन पहले तक तराई-भाबर को जबरदस्त गर्मी से परेशान करने वाले मौसम ने लोगों को राहत दी है। मंगलवार को कुमाऊं भर में रिमझिम बारिश से लोगों को गर्मी से निजात मिली है तो वहीं काश्‍तकारों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं। बारिश के कारण खेतों में खड़ी और कटी गेहूं की फसलों को काफी नुकसान पहुंचने का अंदेशा है।

बुधवार सुबह कुमाऊं के सभी जिलों में हल्की बूंदाबांदी शुरू हो गयी। आसमान में बादल छाए हैं। जिससे गर्मी का असर कम हुआ है। मौसम में हुए बदलाव के बाद मंगलवार को हल्द्वानी का अधिकतम तापमान 30.8 डिग्री व न्यूनतम 19.3 डिग्री आ गया था। जबकि मुक्तेश्वर का अधिकतम तापमान 18.7 डिग्री व न्यूनतम 13.5 डिग्री रहा। अधिकतर तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। देहरादून मौसम विज्ञान केंद्र ने बुधवार को प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है। इससे तापमान सामान्य से तीन से चार डिग्री कम रहने की संभावना है। फिलहाल एक-दो दिन मौसम राहत देने वाला रहेगा।

फसलों को होगा नुकसान

बारिश होने की मार काश्‍तकारों को झेलनी पड़ सकती है। खेतों में खड़ी गेहूं की फसल बारिश के कारण बर्बाद हो सकती है। पिछले दिनों पड़े ओले और बारिश का असर फसलों पर साफ दिखा था।

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