मुनस्यारी के खलिया टॉप में आकाशीय बिजली गिरने से छह खच्चरों की मौत PITHORAGARH NEWS

सोमवार रात से जिले भर में भारी बारिश का दौर जारी है। सीमांत की धारचूला और मुनस्यारी तहसील क्षेत्रों में भारी वर्षा हुई है। थल-मुनस्यारी मार्ग यातायात के लिए बंद हो चुका है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Tue, 06 Aug 2019 06:30 PM (IST) Updated:Tue, 06 Aug 2019 06:30 PM (IST)
मुनस्यारी के खलिया टॉप में आकाशीय बिजली गिरने से छह खच्चरों की मौत  PITHORAGARH NEWS
मुनस्यारी के खलिया टॉप में आकाशीय बिजली गिरने से छह खच्चरों की मौत PITHORAGARH NEWS

पिथौरागढ़, जेएनएन : सोमवार रात से जिले भर में भारी बारिश का दौर जारी है। सीमांत की धारचूला और मुनस्यारी तहसील क्षेत्रों में भारी वर्षा हुई है। थल-मुनस्यारी मार्ग यातायात के लिए पूरी तरह बंद हो चुका है। अस्कोट -कर्णप्रयाग मार्ग पर थल से डीडीहाट के मध्य मलबा आने से मार्ग आठ घंटे बंद रहा। टनकपुर-तवाघाट हाईवे घंटों बंद रहा। वापस लौट रहा दसवां कैलास मानसरोवर यात्रा दल बलुवाकोट के निकट फंसा रहा। डीडीहाट-दूनाकोट मार्ग पर लगातार पहाड़ी से मलबा और बोल्डर गिर रहे हैं। जिले के अधिकांश मार्ग बंद हैं। वहीं मुनस्यारी के खलिया टॉप में आकाशीय बिजली गिरने से छह खच्चरों की मौत हो चुकी है।
काली नदी का जलस्तर चेतावनी स्तर तक पहुंच चुका है। नाचनी में पहली बार भुजगड़ नदी उफान पर है। अन्य नदियों के जलस्तर में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है। सीमांत में नालों में बनी पुलिया बह गई हैं। सड़कों पर यातायात करना चुनौती पूर्ण बना है। बारिश से हाईवे पर घाट के पास दिल्ली बैंड पर सड़क की हालत दयनीय बनी है। मुनस्यारी और नाचनी से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार रात से हो रही भारी बारिश से थल-मुनस्यारी मार्ग हरडिय़ा, रातीगाड़, डोर बैंड और रातापानी में मलबा आने से बंद हो चुका है। मार्ग पर यातायात ठप है। रातापानी में पहाड़ की तरफ से लगातार पत्थर गिर रहे हैं। मुनस्यारी से आने वाले वाहन रातापानी के फंसे हैं तो मुनस्यारी जाने वाले वाहन नाचनी में फंसे हैं। खलिया टॉप में आकाशीय बिजली गिरने से भवान सिंह निवासी बिर्थी के छह खच्चरों की मौत हो गई है। आकाशीय बिजली गिरने से लगभग दस हजार फीट की ऊंचाई वाले खलिया में हड़कंप मचा है। नाचनी में इस मौसम में पहली बार भुजगड़ नदी उफान पर है। 
धारचूला तहसील में हाईवे में बलुवाकोट के पास मलबा आने से मार्ग घंटों बंद रहा। वापस लौट रहा दसवां कैलास मानसरोवर यात्रा दल फंसा रहा। मलबा साफ किए जाने के बाद दल यहां से पिथौरागढ़ को रवाना हुआ। तहसील क्षेत्र में 92 एमएम से अधिक बारिश हो चुकी है। धारचूला से आगे कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग पर एलागाड़ के पास मार्ग में मलबा गिर रहा है। 
डीडीहाट थल क्षेत्र में भारी बारिश हुई है। डीडीहाट दूनाकोट मार्ग में किमी 12 पर मार्ग बंद है। दूनाकोट क्षेत्र अलग-थलग पड़ चुका है। किमी 12 पर पहाड़ दरक रहा है लगातार मलबा और बोल्डर गिर रहे हैं। वहीं अस्कोट -कर्णप्रयाग मार्ग पर थल से पांच किमी आगे भारी मलबा आने से मार्ग आठ घंटे बंद रहा। इस दौरान रोगी को ले जा एंबुलेंस सहित भारी संख्या में वाहन फंसे रहे। 

पीपली ड्यौडा़ सहित डेढ़ दर्जन ग्रामीण मार्ग बंद 
जिले में डेढ़ दर्जन के आसपास ग्रामीण सड़कों पर मलबा आया है। जिससे यातायात बाधित है। कई पैदल मार्ग बह चुके हैं। जिला मुख्यालय में बारिश का वेग कुछ हल्का है, परंतु सीमांत में बारिश जारी है।

लगातार बढ़ रहा है काली नदी का जलस्तर 
धारचूला में काली नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। काली नदी चेतावनी स्तर 889 मीटर पर बह रही है। यहां पर खतरे का निशान 890 मीटर है। जिसे देखते हुए नदी किनारे स्थित बस्तियों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। अन्य नदियोंं का जलस्तर बढ़ा है, परंतु अभी खतरे के निशान से काफी नीचे है।

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