Nainital weather forecast : कुमाऊं में इन जिलों में बारिश के आसार, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी

पिछले कुछ दिनों से कुमाऊं में बारिश की रफ्तार सुस्त है। धूप-छांव का खेल चल रहा है। तराई में जहां बादल और धूप के कारण गर्मी के साथ उमस है वहीं पर्वतीय जिलों में बारिश हो रही है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Fri, 04 Sep 2020 07:30 AM (IST) Updated:Fri, 04 Sep 2020 07:30 AM (IST)
Nainital weather forecast :  कुमाऊं में इन जिलों में बारिश के आसार, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी
Nainital weather forecast : कुमाऊं में इन जिलों में बारिश के आसार, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी

नैनीताल, जएनएन : पिछले कुछ दिनों से कुमाऊं में बारिश की रफ्तार सुस्त है। धूप-छांव का खेल चल रहा है। तराई में जहां बादल और धूप के कारण गर्मी के साथ उमस है, वहीं पर्वतीय जिलों में बारिश हो रही है। गुरुवार को पिथौरागढ़ और बागेश्वर में अच्छी बारिश हुई। बारिश के कारण बागेश्वर में तीन मकान ध्वस्त हो जबकि पिथौरागढ़ में 13 मार्ग अब भी बंद हैं। मौसम विभाग ने शुक्रवार को कुमाऊं मंडल के नैनीताल, पिथौरागढ़ और चंपावत जिले में अधिकांश स्थानों पर बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। जबकि अन्य स्थानों पर छिटपुट बारिश के आसार हैं।  मौसम विभाग ने अधिकतम तापमान 32 डिग्री और न्यूनतम 25 डिग्री सेल्सियस रहने के आसार जताए हैं। 

बागेश्वर तीन मकान ध्वस्त, आठ सड़कें बंद

बागेश्वर जिले में रुक-रुक बारिश का सिलसिला जारी है। बुधवार को भूस्खलन से तीन और मकान ध्वस्त हो गए। मलबा आने से आठ सड़कें आवागमन के लिए पूरी तरह बंद हैं। नाघर-माजिला गांव में छह दिन से पेयजल का संकट है। बुधवार को सुबह तेज धूप निकली। अलबत्ता शाम होते-होते कई इलाकों में बूंदाबांदी की सूचना है। पिछले 24 घंटे में गरुड़ क्षेत्र में ढाई एमएम बारिश रिकार्ड की गई। कपकोट और बागेश्वर में बारिश नहीं हुई। बुधवार को बूंदाबांदी के दौरान अतिवृष्टि से सेल्टा गांव निवासी रतन राम, ताछणी निवासी सतीश चंद्र, द्वारी निवासी आन सिंह का मकान ध्वस्त हो गया है। प्रभावित तीन परिवारों ने पड़ोसियों के यहां शरण ली है। दूसरी ओर, नाघर-माजिला पेयजल योजना छह दिन बाद भी सुचारु नहीं हो सकी है। तहसील कपकेट में दोफाड़-पपों-रताइस, भयूं-गडेरा मोटर मार्ग भू-धंसाव होने से बंद हैं। पीएमजीएसवाइ सिचाई विभाग का मोटर मार्ग धपोली-जेठाई, हवीलकुलान, कपकोट में कर्मी-तोली, बघर, रिखाड़ी-बाछम, धरमघर-माजखेत सड़क मलबा आने से अवरुद्ध हो गए हैं।

पिथौरागढ़ में हुई जमकर बारिश, 13 मार्ग बंद

गुरुवार को तराई में पूरे दिन धूप निकली रही। जबकि पिथौरागढ़ में धारचूला और जिला मुख्यालय में गरज साथ भारी बारिश हुई। बारिश से तापमान में हल्की गिरावट आ गई। जिला मुख्यालय में अपराह्न चार बजे से बारिश शुरू हुई। एक घंटे तक हुई बारिश से कई स्थानों पर नाली का पानी सड़कों पर आ गया। जिससे राहगीरों को खासी दिक्कत उठानी पड़ी। बारिश से तापमान में दो डिग्री की गिरावट आ गई। उधर धारचूला में दोपहर बाद भारी बारिश हुई। तहसील मुख्यालय में कई नालों का जल स्तर फिर बढ़ गया है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी जिले में कई स्थानों पर बारिश की संभावना जताई है। जिले में आपदा के चलते बंद हुई सड़कों को खोलने का काम बेहद धीमी गति से चल रहा है। चीन सीमा के नजदीक तक बनी तवाघाट- सोबला सड़क 19 जुलाई को बंद हो गई थी, जो अब तक नहीं खुल सकी है। मार्ग खोलने के लिए एक कम्प्रेशर और दर्जन भर मजदूर लगाए गए हैं। जिले में अभी भी 13 मोटर मार्ग बंद हैं। इनमें नौ मोटर मार्ग जुलाई मध्य से और चार मार्ग अगस्त मध्य से बंद पड़े हैं। बंद पड़े सभी मोटर मार्ग ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने वाले हैं।

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