PM Modi की विश्वकर्मा योजना से 'भला' चाहने वालों में 77 प्रतिशत मुस्लिम, आप भी करें अप्‍लाई और सीखें 18 तरह के काम

Vishwakarma Scheme शिल्पकारों और कारीगरों के लिए सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय के माध्यम से इस योजना को चलाया जा रहा है। जिसमें 18 तरह के कामों को शामिल किया गया है। वहीं बात अगर आंकड़ों की करें तो विश्वकर्मा योजना के जरिये भला चाहने वालों में करीब 77 प्रतिशत लोग मुस्लिम हैं। नगर निगम में इन दिनों आवेदनों का सत्यापन का काम किया जा रहा है।

By Jagran NewsEdited By: Nirmala Bohra Publish:Fri, 29 Mar 2024 03:31 PM (IST) Updated:Fri, 29 Mar 2024 03:31 PM (IST)
PM Modi की विश्वकर्मा योजना से 'भला' चाहने वालों में 77 प्रतिशत मुस्लिम, आप भी करें अप्‍लाई और सीखें 18 तरह के काम
Vishwakarma Scheme: सितंबर 2023 में पीएम मोदी ने विश्वकर्मा योजना का शुभारंभ किया था।

HighLights

  • नगर निगम पोर्टल में चढ़े इन आवेदनों को सत्यापित कर रहा है
  • 18 कामों से जुड़े लोगों के लिए पीएम की कल्याणकारी योजना

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: Vishwakarma Scheme: शिल्पकारों और कारीगरों को उनके काम संग आर्थिक तौर पर मजबूत करने के लिए सितंबर 2023 में पीएम मोदी ने विश्वकर्मा योजना का शुभारंभ किया था। ताकि उन्हें बेहतर प्रशिक्षण, आधुनिक उपकरण और सस्ता ऋण मिल सके।

आनलाइन आवेदन के बाद आवेदनों को सत्यापित किया जाता है। शहरी क्षेत्र में नगर निगम के पास यह अहम जिम्मा है। वहीं, बात अगर आंकड़ों की करें तो विश्वकर्मा योजना के जरिये भला चाहने वालों में करीब 77 प्रतिशत लोग मुस्लिम हैं। सभी आवेदनों को सत्यापित करने के बाद जिला उद्योग केंद्र को भेजा जाएगा।

18 तरह के कामों को किया शामिल

शिल्पकारों और कारीगरों के लिए सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय के माध्यम से इस योजना को चलाया जा रहा है। जिसमें 18 तरह के कामों को शामिल किया गया है। यानी इनसे जुड़ा व्यक्ति ही योजना के लाभ के लिए आवेदन कर सकता है। नगर निगम में इन दिनों आवेदनों का सत्यापन का काम किया जा रहा है।

पोर्टल पर चढ़े 2122 आवेदनों में से 1629 मुस्लिम समुदाय से जुड़े हैं। जबकि एक चौथाई से कम आवेदन ही अन्य समुदाय के लोगों के हैं। इस सूची के हिसाब से ही लोगों को बुलाया जाएगा। वहीं, दूसरे चरण में जिला उद्योग केंद्र के माध्यम से सत्यापन होगा। महाप्रबंधक पल्लवी ने बताया कि आवेदन की पूरी जांच होती है।

इन कामों से जुड़े लोगों के लिए योजना

बढ़ई, लोहार, ताला बनाने वाले, कुम्हार, मूर्तिकार, जूता कारीगर, राजमिस्त्री, टोकरी, चटाई व झाडूू बनाने वाले, पारंपरिक तौर पर खिलौने बनाने वाले, नाई, दर्जी, माला बनाने से जुड़े लोग,

जानिये योजना के लाभ

कौशल विकास के लिए विशेष प्रशिक्षण। दिन के हिसाब से वजीफा मिलेगा। सस्ते ऋण संग कारीगर को टूलकिट भी दी जाएगी। डिजिटल भुगतान से जुडऩे पर सरकार प्रोत्साहन देने के साथ शिल्पकारों व कारीगरों को पीएम विश्वकर्मा प्रमाणपत्र संग अलग पहचान के तौर पर आइडी भी देगी।

आवेदन करने की प्रक्रिया

आवेदन के लिए आधार कार्ड, राशन कार्ड, निवास प्रमाणपत्र, बैंक पासबुक, पासपोर्ट साइज फोटो व मोबाइल नंबर की जरूरत पड़ेगी। इसके बाद नजदीकी कामन सर्विस सेंटर से भी आवेदन कर सकते हैं। जिसके बाद अलग-अलग स्तर पर सत्यापन की प्रक्रिया चलेगी।
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