Pinki murder case kashipur मोबाइल लूट का विरोध करने पर हुई थी पिंकी की हत्या, पांच आरोपित गिरफ्तार
मोबाइल लूटने आए बदमाशों का विरोध करने पर सेल्स गर्ल पिंकी रावत की चाकू से गोद हत्या की गई थी। पुलिस ने मामले में नाबालिग समेत पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है।
काशीपुर (ऊधमसिंह नगर), जेएनएन : मोबाइल लूटने आए बदमाशों का विरोध करने पर सेल्स गर्ल पिंकी रावत की चाकू से गोद हत्या की गई थी। पुलिस ने मामले में नाबालिग समेत पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से लूटे गए 10 मोबाइल, हत्या में प्रयुक्त चाकू बरामद कर लिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बरिंदरजीत सिंह ने प्रेसवार्ता कर बताया कि 18 अक्टूबर को दिनदहाड़े गिरिताल रोड पर मोबाइल शॉप भूमि इंटरप्राइजेज में कार्यरत पिंकी रावत (20) की हत्या करने से एक दिन पहले तीन संदिग्ध युवक मोबाइल खरीदने के बहाने शॉप पर गए थे। उनमें से एक ने पावर बैंक का मूल्य पता किया था। सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि इनमें से एक संदिग्ध गौरव कुमार 18 अक्टूबर को मोबाइल लूटने आया था।
आरोपित गौरव और एक नाबालिग घटना के दिन लूट के इरादे से दुकान में गए और गौरव ने पिंकी से पानी मांगा और नाबालिग ने मोबाइल लूटना शुरू कर दिया। विरोध करने पर एक संदिग्ध ने पिंकी पर बेहोश करने वाला स्प्रे कर दिया। पिंकी के फिर भी विरोध करने पर गौरव ने उसे पकड़ लिया और आवेश में आकर नाबालिग ने पिंकी के शरीर में एक-एक कर आठ बार चाकू घोंप दिए। इससे पिंकी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था। दोनों आरोपित दुकान में रखे लाखों रुपये के मोबाइल लेकर फरार हो गए थे। एसएसपी ने बताया कि शनिवार को एसओ आइटीआइ कुलदीप अधिकारी द्वारा ग्राम कचनाइ गुसांई निवासी विनोद कुमार पुत्र बाबूराम और मनोज कुमार पुत्र बाबूराम से की गई पूछताछ में पता चला कि गौरव रिश्ते में उनका भांजा लगता है। 18 अक्टूबर को गौरव अपने साथ मानपुर दतराम ठाकुरद्वारा भगतपुर निवासी नाबालिग को लेकर आया था। गौरव ने कहा कि गिरिताल पर एक मोबाइल शॉप पर अकेली लड़की बैठती है, वहां से मोबाइल चोरी करने हैं उसे हेलमेट और बाइक दे दे। वह उसे एक मंहगा मोबाइल देगा। उन्होंने बताया कि करीब डेढ़ घंटे बाद जब दोनों बाइक लौटाने आए, उनके कपड़ों में खून लगा था। एसओजी टीम ने शनिवार को आरोपित गौरव और नाबालिग आरोपित को ग्राम मानपुर दतराम, भगतपुर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इस मामले में लूट के मोबाइल अपने पास रखने के आरोप में इसी गांव के रोहित पुत्र चरनङ्क्षसह को भी गिरफ्तार कर लिया है।
खुलासे को लगी थी सात टीमें
ब्लाइंड मर्डर होने के कारण पिंकी हत्याकांड के खुलासे को लेकर सात टीमें लगाई गईं थी। देहरादून से आई एसटीएफ टीम, एसओजी टीम, सीसीटीवी टीम, ग्राउंड टीम, पतारसी, सुरागरसी टीम, पूछताछ टीम और गिरफ्तारी टीम ने संगठित होकर इस हत्याकांड का खुलासा किया ।
300 से अधिक सीटीटीवी फुटेज खंगाले
मोबाइल शॉप में सीसीटीवी न होने के कारण पुलिस को इस हत्याकांड का खुलासा करने में पापड़ बेलने पड़े। जिसके चलते एएसपी डॉ. जगदीश चंद्रा, सीओ मनोज ठाकुर समेत दो दर्जन सादी वर्दी में पुलिस कर्मियों ने गुरुवार व शनिवार को 300 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले। तब कहीं जाकर हत्यारे पकड़ में आए।
यह भी पढ़ें : pinky murder case kashipur काशीपुर में पिंकी की हत्या से उबाल, रामनगर रोड पर लगाया जाम