एनएच मुआवजा घोटाला: डेढ़ दर्जन किसान लौटा चुके हैं मुआवजा

गले में फंदा पड़ता देख करीब डेढ़ दर्ज किसान 2.21 करोड़ का मुआवजे में मिली रकम लौटा दी है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 Sep 2018 06:57 PM (IST) Updated:Tue, 11 Sep 2018 06:57 PM (IST)
एनएच मुआवजा घोटाला: डेढ़ दर्जन किसान लौटा चुके हैं मुआवजा
एनएच मुआवजा घोटाला: डेढ़ दर्जन किसान लौटा चुके हैं मुआवजा

जागरण संवाददाता, नैनीताल : गले में फंदा पड़ता देख करीब 18 किसान 2.21 करोड़ का मुआवजा लौटा चुके हैं। फौरी तौर पर इन किसानों को राहत भले ही मिल गई हो, लेकिन इनका जेल जाना तय माना जा रहा है। वजह, वित्तीय नुकसान तो दोनों ने ही पहुंचाया है।

एसआइटी के मुताबिक अब तक जसपुर के अजमेर ¨सह 10 लाख, गुरवेल ¨सह 10 लाख, सतनाम ¨सह 20 लाख रुपये, सुखवंत ¨सह 20 लाख रुपये, सुखदेव ¨सह 20 लाख रुपये, काशीपुर के अमरजीत कौर चार लाख रुपये, किच्छा के सुरेश कुमार 83,187 रुपये, ईश्वरी प्रसाद गंगवार 1,45,623 रुपये, जसपुर के सतनाम ¨सह 50 लाख रुपये, गर¨जदर कौर 10 लाख रुपये, हर¨जदर कौर 10 लाख रुपये, काशीपुर के गगनदीप कौर 20 लाख रुपये, बाजपुर के अवतार ¨सह 20 हजार रुपये, हीरालाल 50 हजार रुपये, दिलशेर ¨सह 50 हजार रुपये, सुबेग ¨सह 20 हजार रुपये, दिलबाग ¨सह 20 हजार रुपये तथा सितारगंज के किसान इंद्रपाल ¨सह 15 लाख रुपये का मुआवजा वापस कर चुके हैं। इसके अलावा कुछ और किसानों ने भी मुआवजा लौटाया है। बड़ा सवाल यह है कि मुआवजा वापस कर देने भर से गुनाह कैसे माफ हो सकता है। इसीलिए एसआइटी इन किसानों के खिलाफ चार्जशीट लगाने की तैयारी कर रही है। ऐसे में इनका जेल जाना भी तय माना जा रहा है। तारीख दर तारीख : एनएच मुआवजा घोटाला - 01 मार्च 2017 : तत्कालीन कुमाऊं आयुक्त डी सेंथिल पांडियन ने घोटाले की आशंका जताई

- 08 मार्च : आयुक्त कुमाऊं ने शासन को रिपोर्ट भेजी

- 09 मार्च : एसएलएओ डीपी ¨सह के घर पर आयकर का छापा

- 10 मार्च : तत्कालीन डीएम ने एसएसपी को एनएच घोटाले में केस दर्ज करने को पत्र भेजा

- 11 मार्च : एडीएम प्रताप ¨सह शाह की तहरीर पर सिडकुल चौकी में एनएच घोटाले में मुकदमा दर्ज

- 15 मार्च : घोटाले की जांच को एसआइटी का गठन

- 23 मार्च : एसआइटी ने एसएलएओ व एनएचएआइ कार्यालय में छापा मारा

- 25 मार्च : मुख्यमंत्री ने हाईवे घोटाले की जांच को सीबीआइ जांच की संस्तुति कर छह पीसीएस निलंबित किए

- 03 जून : जसपुर से निलंबित पेशकार विकास चौहान की गिरफ्तारी

- 14 जून : एसआइटी ने तीन जिलों के 12 ठिकानों पर छापेमारी की

- 14 जुलाई : डबल लॉक में बंद दस्तावेज निकालने के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित

- 24 जुलाई : गठित तीन सदस्यीय टीम ने डबल लॉक से दस्तावेज निकालने शुरू किए

- अगस्त माह : एसआइटी ने नोटिस जारी कर अधिकारी, कर्मचारी और काश्तकारों से पूछताछ शुरू की

- 13 अक्टूबर : हाई कोर्ट की शरण में गए डीपी ¨सह को गिरफ्तारी में स्टे मिला

- 28 अक्टूबर : हाई कोर्ट ने डीपी ¨सह की गिरफ्तारी स्टे ऑर्डर खारिज किया

- एक नवंबर : डीपी ¨सह ने सुप्रीम कोर्ट में गिरफ्तारी से बचने के लिए दाखिल की एसएलपी

- 03 नवंबर : सुप्रीम कोर्ट ने डीपी ¨सह की एसएलपी की खारिज

- 07 नवंबर : निलंबित पीसीएस भगत ¨सह फोनिया समेत आठ लोग गिरफ्तारे

- 23 नवंबर : डीपी ¨सह को गिरफ्तार कर जेल भेजा

- 14 जनवरी 2018 : निलंबित पीसीएस अधिकारी अनिल शुक्ला गिरफ्तार

- 02 फरवरी : 12 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल

- 20 मार्च : महिला बिल्डर्स प्रिया शर्मा और सुधीर चावला गिरफ्तार

- अप्रैल माह : प्रवर्तन निदेशालय की टीम रुद्रपुर पहुंची

- मई माह : चार किसानों ने 1.70 करोड़ का मुआवजा वापस किया

- 05 जुलाई : निलंबित पीसीएस अधिकारी तीरथ पाल ¨सह की गिरफ्तारी को दबिश

- 08 जुलाई : बेरीनाग में तैनात प्रभारी तहसीलदार रघुवीर ¨सह गिरफ्तार

- 28 जुलाई : आर्बिट्रेशन में मिली अनियमितता की रिपोर्ट शासन को भेजी

- 12 अगस्त : आर्बिट्रेशन हुए अनियमितता के मामले में आइएएस पंकज पांडेय और चंद्रेश यादव से पूछताछ

- 11 सितंबर : आइएएस पंकज पांडेय और चंद्रेश यादव निलंबित

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