मोदी मैजिक और जबरदस्त बूथ मैनेजमेंट भी बना अजय भट्ट की जीत का बड़ा आधार
नीताल लोकसभा क्षेत्र की वीवीआइपी सीट से भाजपा प्रत्याशी अजय भट्ट की शानदार जीत हुई है। अजय को जहां मोदी मैजिक का लाभ मिला वहीं उनके पद और कद के लिहाज से भी बड़ी जीत हासिल हुई है।
हल्द्वानी, गणेश जोशी : नैनीताल लोकसभा क्षेत्र की वीवीआइपी सीट से भाजपा प्रत्याशी अजय भट्ट की शानदार जीत हुई है। अजय को जहां मोदी मैजिक का लाभ मिला, वहीं उनके पद और कद के लिहाज से भी बड़ी जीत हासिल हुई है। इसमें पार्टी का बूथ मैनेजमेंट भी बड़ा आधार बना है। प्रदेश अध्यक्ष ने इस सीट पर अब तक की सबसे बड़ी जीत हासिल करने का इतिहास भी रच डाला है।
हार के बावजूद चखा जीत का स्वाद
वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में अजय भट्ट के नेतृत्व में पार्टी को शानदार जीत मिली थी, लेकिन वह चुनाव हार गए थे। रानीखेत सीट पर मुख्यमंत्री हरीश रावत के साले करन महरा ने उन्हें हरा दिया था। महरा व भट्ट पुराने राजनैतिक प्रतिद्वंद्वी हैं। लोकसभा चुनाव में जीत के साथ भट्ट ने पिछली हार का बदला भी चुका लिया है।
प्रचार में झोंक दी थी पूरी ताकत
नैनीताल सीट पर भाजपा ने अपने प्रत्याशी के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी। इस सीट पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी समेत अन्य दिग्गजों ने प्रचार किया था। मोदी की रुद्रपुर की सभा के बाद ही माहौल मोदीमय हो चुका था। इसके साथ ही पार्टी पदाधिकारियों ने भी मोदी के हाथों को मजबूत करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी।
प्रचार में छाए रहे राष्ट्रीय मुद्दे
अजय ने स्थानीय मुद्दों को छुआ ही नहीं। शायद ऐसा पार्टी का आदेश हो, लेकिन उन्होंने पीएम मोदी के साथ ही राष्ट्रीय मुद्दों को ही अपने प्रचार अभियान का हिस्सा बनाया। इसमें राष्ट्रवाद सबसे ऊपर था। इसके अलावा सैनिक बाहुल्य क्षेत्र में सैनिकों को लुभाने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक, बालाकोट स्ट्राइक जैसे मुद्दों को भी प्रमुखता से उठाया गया था। प्रत्याशी ही नहीं बल्कि स्टार प्रचारकों ने भी जनसभाओं में राष्ट्रीय मुद्दों को ही उठाया था। लोगों ने भी इन मुद्दों पर खुलकर समर्थन दिया।
बूथ मैनेजमेंट भी आया काम
भाजपा के मजबूत बूथ मैनेजमेंट की तारीफ कांग्रेस भी करने लगी है। यही बूथ मैनेजमेंट भी नैनीताल लोकसभा सीट पर काम आया। लंबे समय से पार्टी बूथ मैनेजमेंट के जरिये केंद्र सरकार की योजनाओं से लेकर अन्य गतिविधियों को आम कार्यकर्ता तक पहुंचाती रही। माहौल को अपने पक्ष में करने में हर तरह की कोशिश करती रही। जीत के लिए यही बड़ा आधार बना।
बेटियों ने भी संभाली थी चुनाव प्रचार की कमान
रानीखेत निवासी अजय भट्ट परिवार के साथ देहरादून में रहते हैं। इस क्षेत्र में उनका घर नहीं है। उन्होंने हल्द्वानी मुखानी खाटू श्याम मंदिर के पास साकेत अग्रवाल का मकान लिया। उनके मकान से ही चुनावी गतिविधियां भी संचालित हुईं। परिवार में पत्नी पुष्पा भट्ट जहां घर की जिम्मेदारी संभालती रहीं, वहीं बेटी सुनीति, मेघा ने जगह-जगह जाकर प्रचार किया।
यह जनता के विश्वास की जीत : पुष्पा भट्ट
सांसद बने अजय भट्ट का परिवार उत्साहित है। पत्नी पुष्पा भट्ट ने कहा कि जीत का श्रेय ईश्वर व भाजपा को जाता है। इतने बड़े अंतर से जीत हुई है। यह जनता के विश्वास की जीत है। इसके लिए दिल से धन्यवाद करती हूं। उन्होंने कहा कि ईश्वर से मैं यही प्रार्थना करती हूं कि ऐसी सफलता प्रत्येक व्यक्ति को दे। परिवार में उनकी बेटी मेघा, सुनीति व बेटे दिग्विजय ने कहा कि पापा की जीत से हम खुश हैं। वह पहले भी समाज के लिए काम करते आए हैं और आगे भी करेंगे।
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