वातावरण में छाई धुंध छंटने के बाद भी कुमाऊं का तेजी से बढ़ रहा तापमान

आग व सूखे के कारण वातावरण में छाई धुंध गुरुवार से साफ हो गई लेकिन गर्मी से किसी तरह की राहत नहीं है। कुमाऊं में अभी भी तापमान सामान्य से ऊपर बना हुआ है। तपिश का सिलसिला आगे भी जारी रहने वाला है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sat, 10 Apr 2021 06:41 AM (IST) Updated:Sat, 10 Apr 2021 06:41 AM (IST)
वातावरण में छाई धुंध छंटने के बाद भी कुमाऊं का तेजी से बढ़ रहा तापमान
मौसम विज्ञानियों ने 15 अप्रैल तक तराई-भाबर का पारा 38 डिग्री के पार पहुंचने की संभावना जताई है।

हल्द्वानी, गणेश पांडे। जंगल की आग व सूखे के कारण वातावरण में छाई धुंध गुरुवार से साफ हो गई, लेकिन गर्मी से किसी तरह की राहत नहीं है। कुमाऊं में अभी भी तापमान सामान्य से ऊपर बना हुआ है। तपिश का सिलसिला आगे भी जारी रहने वाला है। मौसम विज्ञानियों ने 15 अप्रैल तक तराई-भाबर का पारा 38 डिग्री के पार पहुंचने की संभावना जताई है।

प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ एक के बाद एक सक्रिय हो रहे हैं लेकिन लोकल कंडीशन का पूरा सहयोग नहीं मिलने से कम बारिश देखने को मिली। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र ने पांच से आठ अप्रैल के दौरान अनेक स्थानों पर बारिश की संभावना जताई थी। पिथौरागढ़ में दो मिमी बारिश, नैनीताल में छिटपुट बूंदाबांदी को छोड़ मौसम ने निराश किया। ओलावृष्टि का रेड अलर्ट भी झूठा साबित हुआ। हालांकि इससे किसानों को बड़ी राहत मिली। ओलावृष्टि से गेहूं की तैयार फसल को नुकसान पहुंचने का खतरा था। दस अप्रैल की रात एक और सिस्टम पहुंच रहा है लेकिन इससे भी बारिश की खास उम्मीद नहीं है। मौसम विज्ञानी डा. सिंह कहते हैं कि बारिश कराने में स्थानीय कंडीशन काफी निर्भर करती है।

यह है तापमान में वृद्धि की वजह

जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि पंतनगर के मौसम विज्ञानी डा. आरके सिंह का कहना है कि हवा का रुख दक्षिण-पश्चिम बना हुआ है। मिट्टी की नमी काफी कम हो गई है। राजस्थान की तरफ से गर्म हवा आ रही है। कुछ प्रभाव जंगल की आग का है।

पिछले चार दिनों का पारा

6 अप्रैल     34.6 डिग्री  

7 अप्रैल     35.9 डिग्री

8 अप्रैल     35.8 डिग्री

9 अप्रैल     35.6 डिग्री

बारिश में 78 प्रतिशत की कमी

एक मार्च से सात अप्रैल के दौरान उत्तराखंड में 61.3 मिमी बारिश होती है, इस बार 13.3 मिमी बारिश हुई। अल्मोड़ा में सामान्य से 88 प्रतिशत, बागेश्वर में 79, चम्पावत में 98, नैनीताल 95, पिथौरागढ़ 85 व ऊधमसिंहनगर में 86 प्रतिशत कम बारिश हुई है। राजस्व व कृषि विभाग कम बारिश से रबी की फसल को हुए नुकसान का आकलन करने में जुटा है।

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