Nainital News : नैनीताल वासियों में किडनी स्टोन की समस्या अधिक, नीति आयोग की सर्वे रिपोर्ट में आया सामने आई बात

नैनीताल के लोगों में किडनी स्टोन की समस्या भी बढ़ रही है। जिसका मूल कारण शहर की वॉटर क्वालिटी में गड़बड़ी है। नीति आयोग की ओर से शहर में किए गए सर्वे के बाद यह बातें सामने आई है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Wed, 01 Jun 2022 07:06 PM (IST) Updated:Wed, 01 Jun 2022 07:06 PM (IST)
Nainital News : नैनीताल वासियों में किडनी स्टोन की समस्या अधिक, नीति आयोग की सर्वे रिपोर्ट में आया सामने आई बात
नैनीताल वासियों में किडनी स्टोन की समस्या अधिक, नीति आयोग की सर्वे रिपोर्ट में आया सामने आई बात

नैनीताल, जागरण संवाददाता : शहर की आबोहवा स्वच्छ और बेहतर होने के बावजूद यहां के लोगों में लाइफ़स्टाइल डिजीज के मामले अन्य शहरों की अपेक्षा अधिक हैं। साथ ही शहर वासियों में किडनी स्टोन की समस्या भी बढ़ रही है। जिसका मूल कारण शहर की वॉटर क्वालिटी में गड़बड़ी है।

नीति आयोग की ओर से शहर में किए गए सर्वे के बाद यह बातें सामने आई है। साथ ही शहर में ट्रैफिक, सीमित क्षेत्र, खुले में बहते सीवर, वेस्ट मैनेजमेंट की समुचित व्यवस्था नहीं होना भी स्वास्थ्य क्षेत्र में पिछड़ने का अहम कारण है। जिसमें सुधार लाने के लिए नीति आयोग द्वारा स्वास्थ्य सेक्टर के साथ ही पालिका, पुलिस, एनजीओ को एकजुट कर कार्य करने की योजना बनाई जा रही है। जिसे देश के अन्य पहाड़ी शहरों पर भी लागू किया जाएगा।

बुधवार को एसडीएम प्रतीक जैन ने कलेक्ट्रेट सभागार में पत्रकार वार्ता की। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि नीति आयोग यूएस ऐड के साथ मिलकर देश भर में अर्बन हेल्थ केयर गवर्नेंस सुधारीकरण को लेकर सर्वे कर रहा है। इस सर्वे के लिए देश में महज आठ शहर लुधियाना, वारंगल, मंगलौर, शिलांग, रांची, जोधपुर, जबलपुर और नैनीताल को चुना गया है। जिसके आधार पर स्वास्थ्य सुधारीकरण की योजना तैयार की जाएगी। नीति आयोग के एडवाइजर कुंदन कुमार के नेतृत्व में बीते दिनों आयोग की टीम सर्वे के लिए नैनीताल पहुंची थी।

पांच सदस्यीय टीम ने विभिन्न मापदंडों पर सर्वे के साथ ही लोगों से सुझाव मांगे। टीम द्वारा बीडी पांडे अस्पताल के सर्वे के साथ ही चिकित्सकों और मरीजों से जानकारी ली गई। बताया कि आयोग द्वारा किए गए सर्वे में शहर में तीन तरह की स्वास्थ्य समस्याएं किडनी स्टोन, लाइफ़स्टाइल डिजीज, अल्कोहल और ड्रग्स से होने वाले रोग सामने आए हैं। बताया कि आयोग द्वारा लुधियाना, वारंगल, मंगलौर और शिलांग में किए गए सर्वे की अपेक्षा नैनीताल में किडनी स्टोन और लाइफस्टाइल डिजीज के मरीज अधिक पाए गए हैं।

शहर के वाटर क्वालिटी में गड़बड़ी के चलते किडनी स्टोन की समस्याएं बढ़ रही हैं, जबकि यह हैरत की बात है कि नैनीताल का वातावरण शुद्ध और बेहतर होने के बावजूद यहां लाइफ़स्टाइल डिजीज डायबिटीज, हार्ड अटैक के मरीज अन्य शहरों की अपेक्षा अधिक पाए गए हैं। सर्वे रिपोर्ट में बढ़ता ट्रैफिक, सीमित भौगोलिक क्षेत्र, खुले में बहते सीवर, वेस्ट मैनेजमेंट की समुचित व्यवस्था ना होने को भी बड़ी समस्या बताया है। बताया कि आयोग की टीम ने शहर के विभिन्न नागरिकों के साथ बैठक कर सुझाव भी मांगे।

जिस पर पहाड़ के यूथ को पढ़ाई की शुरुआत से स्वास्थ्य क्षेत्र की जानकारी देते हुए स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्य करवाना और शहर में दो अन्य स्थानों पर पीएचसी संचालित करने का सुझाव टीम को दिया गया है। बताया कि 25 जून को इस संबंध में दिल्ली में आयोग की बड़ी कांफ्रेंस आयोजित की जानी है। बताया कि नैनीताल में किये गए सर्वे रिपोर्ट के आधार पर ही पहाड़ी क्षेत्रों के अन्य शहरों में भी स्वास्थ्य सुधार की यह योजना लागू की जाएगी।

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