चंपावत में एससी भोजन माता नियुक्ति वि‍वाद मामले में जांच टीम ने सौंपी रिपोर्ट, बड़ी बात आई सामने

चंपावत में भोजन माता पद पर हुई नियुक्ति का मामला सुर्खियों में है। मामले की जांच के लिए बनाई गई कमेटी ने रिपोर्ट सौंप दी है। जांच कमेटी ने दोनों ही नियुक्तियों को नियमों के विरुद्ध बताया है। जांच टीम ने गुरुवार को रिपोर्ट तैयार कर डीएम को सौंप दी।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Thu, 30 Dec 2021 06:18 PM (IST) Updated:Thu, 30 Dec 2021 06:18 PM (IST)
चंपावत में एससी भोजन माता नियुक्ति वि‍वाद मामले में जांच टीम ने सौंपी रिपोर्ट, बड़ी बात आई सामने
चंपावत में एससी भोजन माता नियुक्ति वि‍वाद मामले में जांच टीम ने सौंपी रिपोर्ट, बड़ी बात आई सामने

जागरण संवाददाता, चम्पावत : जीआइसी सूखीढांग में भोजन माता पद पर हुई नियुक्ति का मामला सुर्खियों में है। मामले की जांच के लिए बनाई गई कमेटी ने रिपोर्ट सौंप दी है। जांच कमेटी ने दोनों ही नियुक्तियों को नियमों के विरुद्ध बताया है। जांच टीम ने गुरुवार को रिपोर्ट तैयार कर डीएम को सौंप दी। वहीं टीम ने पूर्व में हुई दोनों ही नियुक्तियों को नियम विरूद्ध बताते हुए नए सिरे से नियुक्ति पक्रिया अपनाकर नियुक्ति करने की संस्तुति की है।

जीआइसी सूखीढांग में एससी भोजन माता नियुक्ति के बाद उपजा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। डीएम द्वारा मामले की जांच के लिएव सीईओ आरसी पुरोहित की अध्यक्षता में गठित जांच टीम ने गुरुवार को जांच रिपोर्ट डीएम को सौंप दी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जांच रिपोर्ट में जांच टीम ने सेवानिवृत्त भोजन माता को हटाने तथा दो अन्य भोजन माताओं की नियुक्तियों को नियम विरूद्ध बताया। सेवानिवृत्त भोजन माता शकुंतला को समिति की सहमति के बिना प्रधानाचार्य ने अपनी मर्जी से सेवानिवृत्त कर दिया।

वहीं सवर्ण भोजन माता पुष्पा भट्ट व एससी भोजन माता सुनीता देवी की नियुक्ति भी नियम के विरूद्ध थी। दोनों की नियुक्ति में कोरम पूरा नहीं किया गया और न ही उप शिक्षा अधिकारी से अनुमोदन लिया गया। जांच टीम ने दोनों ही नियुक्ति को गलत बताते हुए नए सिरे से प्रक्रिया शुरू कर नियुक्ति करने की बात कहते हुए रिपोर्ट डीएम को सौंपी है। जांच रिपोर्ट के अनुसार प्रधानाचार्य पर गाज गिरने की संभावना है। सीईओ आरसी पुरोहित ने बताया कि जांच रिपोर्ट डीएम को सौंप दी गई है। जांच टीम में एपीडी विम्मी जोशी, एएमए राजेश कुमार शामिल रहे।

यह था मामला

जीआइसी सूखीढांग में स्कूल प्रबंधन व ग्रामीणों के बीच विवाद दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। पहले स्कूल प्रबंधन ने बगैर किसी प्रस्ताव के नियुक्ति भोजन माता शकुंतला को सेवानिवृत्त कर दिया। फिर बिना कोई विज्ञप्ति जारी किए भोजन माता की रिक्ति जारी कर दी। जिसमें छह महिलाओं ने आवेदन किया। जिसमें सवर्ण पुष्पा भट्ट की भोजन माता की नियुक्ति कर दी। कुछ दिन बाद रिक्ति की दूसरी विज्ञप्ति जारी कर दी गई। जिसमें पांच महिलाओं ने आवेदन किया। स्कूल प्रबंधन ने इसमें से एससी सुनीता देती की भोजन माता पद पर नियुक्ति करने के साथ भोजन बनाने का काम शुरू कर दिया। एससी भोजन माता द्वारा भोजन बनाने पर सवर्ण बच्चों ने माध्याह्न भोजन करना बंद कर दिया। बच्चे घर से टिफिन लेकर आने लगे। मामले ने तूल पकड़ा तो सीईओ आरसी पुरोहित ने बीईओ अंशुल बिष्ट को जांच के आदेश दिए। चार दिन पूर्व नियुक्ति गलत होने पर सुनीता देवी की नियुक्ति को रद कर दिया और सहायक भोजन माता विमला उप्रेती को भोजन बनाने के लिए कहा। विमला के भोजन बनाने पर एससी वर्ग के बच्चों के अभिभावक नाराज हो उठे। अभिभावकों का कहना है कि जब वह एससी भोजन माता के बने हाथ का भोजन नहीं कर सकते तो हमारे बच्चे सवर्ण भोजन माता के हाथ से बना भोजन क्यों करें।

सूखीढांग में भोजन माता की नियुक्ति को लेकर कल होगी बैठक

राजकीय इंटर कालेज सूखीढांग में भोजन माता की नियुक्ति को लेकर आज एसएमसी और पीटीए की बैठक होगी। प्रशासन के प्रतिनिधि के रूप में टनकपुर के एसडीएम हिमांशु कफल्टिया, शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि के रूप में सीईओ आरसी पुरोहित, पुलिस विभाग से चल्थी चौकी इंचार्ज देवेंद्र ङ्क्षसह बैठक में मौजूद रहेंगे। सर्वसम्मति से नियुक्ति के लिए वार्ड सदस्यों को भी बैठक में आमंत्रित किया गया है।

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