आदमखोर बाघ है या तेंदुआ, नहीं हुआ अब तक साफ, शिकारी ने जंगल में डेरा डाला

नैनीताल जिले के फतेहपुर रेंज में डेढ़ माह के अंदर तीन लोगों को शिकार बनाने वाले तेंदुए को वन महकमे ने आदमखोर घोषित कर दिया है। जिसके बाद शिकार‍ियों ने आदमाखोर की तलाश में डेरा डाल द‍िया है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Wed, 19 Jan 2022 11:14 AM (IST) Updated:Wed, 19 Jan 2022 11:14 AM (IST)
आदमखोर बाघ है या तेंदुआ, नहीं हुआ अब तक साफ, शिकारी ने जंगल में डेरा डाला
आदमखोर बाघ है या तेंदुआ, नहीं हुआ अब तक साफ, शिकारी ने जंगल में डेला डेरा

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : नैनीताल जिले के फतेहपुर रेंज में डेढ़ माह के अंदर तीन लोगों को शिकार बनाने वाले तेंदुए को वन महकमे ने आदमखोर घोषित कर दिया है। जिसके बाद शिकार‍ियों ने आदमाखोर की तलाश में डेरा डाल द‍िया है। श‍िकारी हरीश धामी ने फतेहपुर रेंज में मंगलवार की दोपहर वनकर्मियों संग घटनास्थल व आसपास का जायजा भी लिया।

डेढ़ माह में लगातार एक ही रेंज में तीन मौतों के बाद वन विभाग ने हमलावर वन्यजीव को आदमखोर तो घोषित कर दिया, मगर बाघ या गुलदार का असमंजस खत्म करने के लिए अभी कैमरा ट्रैप का इंतजार किया जा रहा है। घटना के बाद लगाए गए कैमरों में अभी तक कोई फोटो नहीं आई। इसलिए मंगलवार को एक कैमरा और लगा दिया गया।

नौ दिसंबर को दमुवाढूंगा निवासी लापता युवक की लाश जंगल में मिली थी। गुरुवार को ब्यूराखाम के टंगर निवासी नंदी सनवाल को जंगल में गुलदार ने मारा था। वहीं, सोमवार को बजूनिया हल्दू निवासी नत्थू लाल की भी हमले में जान चली गई थी। जिसके बाद ग्रामीणों का आक्रोश भी फूट पड़ा। घटनास्थल से उठाने के बाद जंगल में ही तीन घंटे तक लाश को रख दिया गया। जिसके बाद डीएफओ रामनगर सीएस जोशी ने मौके पर पहुंच ग्रामीणों को सोलर फेंसिंग समेत अन्य कामों का आश्वासन दिया। तब जाकर शव को उठाया गया।

वहीं, रेंजर फतेहपुर केएल आर्य ने बताया कि अनुमति मिलने के बाद मंगलवार को शिकारी हरीश धामी भी पहुंच गए थे। जिसके बाद वनकर्मियों संग जंगल को खंगाला भी गया। हालांकि, शिकारी को भी कैमरा ट्रेप में साफ फोटो आने का इंतजार है। क्योंकि, हमलावर वन्यजीव की पुष्टि होने के बाद ही गोली चल सकती है। कैमरे में फोटो आने पर पता चल जाएगा कि बाघ या गुलदार की स्थिति कैसी है।

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