कुमाऊं विश्वविद्यालय के एचआरडीसी सेंटर को मिला देश में चौथा स्थान

सूची में प्रथम स्थान यूनिवर्सिटी ऑफ़ केरला द्वितीय स्थान अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी एवं तृतीय स्थान मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी हैदराबाद ने प्राप्त किया है। इस वर्ष कुमाऊं विश्वविद्यालय ने 26 वें स्थान से छलांग लगाते हुए चौथा प्राप्त किया है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Wed, 06 Apr 2022 09:14 PM (IST) Updated:Wed, 06 Apr 2022 09:14 PM (IST)
कुमाऊं विश्वविद्यालय के एचआरडीसी सेंटर को मिला देश में चौथा स्थान
कुलपति प्रो एनके जोशी ने बधाई देते हुए फैकल्टी, गैर-शिक्षण सहयोगियों के निरंतर प्रयासों को सराहा है।

जागरण संवाददाता, नैनीताल : यूजीसी की स्थायी समिति ने विगत वर्ष के दौरान किये गए प्रदर्शन की समीक्षा करते हुए देश भर के एचआरडीसी (Human Resource Development Centre) की लिस्ट जारी की है। स्थायी समिति की समीक्षा प्रत्येक एचआरडीसी द्वारा किये गए स्व-मूल्यांकन और समिति के समक्ष ऑनलाइन प्रस्तुतीकरण पर आधारित थी। समिति की ओर से एचआरडीसी को उच्च प्रदर्शन, मध्यम प्रदर्शन, कम प्रदर्शन और गैर-निष्पादक व डेटा की अपर्याप्तता की श्रेणी बनाई गई थी।

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा वर्ष 1987 में उच्च शिक्षा के शिक्षकों के प्रशिक्षण लिए देश भर में अकादमिक स्टाफ कॉलेज की स्थापना की गई थी। देश में 66 अकादमिक स्टाफ कॉलेज स्थापित किये गए हैं, जिन्हें 2014 से यूजीसी मानव संसाधन विकास केंद्र के नाम से जाना जाता है। कुमाऊं विवि ने 2006 में एकेडमिक स्टाफ कॉलेज की स्थापना की गई।

यूजीसी की ओर से जारी इस सूची में प्रथम स्थान यूनिवर्सिटी ऑफ़ केरला, द्वितीय स्थान अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी एवं तृतीय स्थान मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी हैदराबाद ने प्राप्त किया है। इस वर्ष कुमाऊं विश्वविद्यालय ने 26 वें स्थान से छलांग लगाते हुए चौथा प्राप्त किया है। 

इस उपलब्धि पर कुलपति प्रो एनके जोशी ने बधाई देते हुए कहा कि यह सफलता और राष्ट्रीय पहचान हमारी प्रतिभाशाली फैकल्टी, समर्पित एवं ईमानदार गैर-शिक्षण सहयोगियों के निरंतर प्रयासों का परिणाम है।  

इस उपलब्धि पर यूजीसी एचआरडीसी सेंटर की निदेशक प्रो दिव्या उपाध्याय जोशी ने कहा कि ये प्रारंभिक सफलता है, अभी रैंकिंग के पहले पायदान में आने हेतु प्रयास किये जा रहे हैं। 

सहायक निदेशक डॉ रितेश साह ने कहा कि यह मानव संसाधन विकास केंद्र के कार्मिकों, विश्वविद्यालय के शिक्षकों, अधिकारियों और कर्मचारियों का योगदान है। कुलसचिव दिनेश चंद्रा, निदेशक डीएसबी परिसर प्रो एलएम जोशी, निदेशक शोध एवं प्रसार प्रो ललित तिवारी, निदेशक आईक्यूएसी प्रो राजीव उपाध्याय, निदेशक डीआईसी प्रो संजय पंत, उप कुलसचिव दुर्गेश डिमरी, विधान चौधरी, प्रकाश पांडेय्, नवीन पनेरू समेत कूटा के सदस्यों ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए बधाई एवं शुभकामना दी गई ।

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