Haldwani Accident : घर का इकलौता बेटा था अक्षत, सीए करना चाहता था चित्रेश

Haldwani accident सड़क हादसे में सोमवार देर रात करीब 1.30 बजे हल्द्वानी के चार दोस्तों दर्दनाक मौत हो गई। हादसे में घायल पांचवें की हालत गंभीर बनी हुई है। उसे एसटीएच में भर्ती कराया गया है। मौत के बाद से स्वजनों में कोहराम मचा हुआ है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Tue, 15 Feb 2022 02:38 PM (IST) Updated:Tue, 15 Feb 2022 02:38 PM (IST)
Haldwani Accident : घर का इकलौता बेटा था अक्षत, सीए करना चाहता था चित्रेश
Haldwani Accident : होनहार बेटों की मौत से स्‍वजन और कालोनी के लोग गहरे सदमे में हैं।

हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : Haldwani Accident : हल्द्वानी में आधी रात को सड़क हादसे में चार दोस्तों की दर्दनाक माैत हो गई। जबकि एक युवक की हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना के बाद से स्वजन और कालोनी के लोग सदमें में हैं। एक-एक कर जब शव पहुंचे तो लोग फूटफूटकर रो पड़े। एक ही गली में रहने वाले मृतकों के शव देखकर छत पर खड़े सैंकड़ों लोग भी अपने आंसू नहीं रोक पाए। हर कोई एक दूसरे को ढांढस बधा रहा था। मृतकों के घरों पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा।

घर का इकलौता बेटा था अक्षत

पीलीकोठी निवासी अक्षत आहूजा घर का इकलौता बेटा था। उसकी दो बहनें हैं। मोहल्लेवासियों के अनुसार अक्षत अपने पिता का कारोबार संभालने लगा था। रेस्टोरेंट चलाकर वह पिता का हाथ बटाता था। कालोनी के लोगों का कहना है कि अक्षत काफी मिलनसार स्वभाव का था।

सीए की पढ़ाई करना चाहता था चित्रेश

चित्रेश गुप्ता अभी डीएसबी कैम्पस नैनीताल से बीकॉम कर रहा था। वह कुछ समय बाद सीए की पढ़ाई के लिए बाहर जाने वाला था। उसकी मां और भाई का रो रोकर बुरा हाल। बेटे को याद कर मां कई बार बेसुध हुई। स्वजन उन्हें संभाल रहे थे।

बस आधे घंटे में लौटने का किया था वादा

स्वजनों के अनुसार चित्रेश जब घर से निकल रहा था तो उन्होंने चुनाव का हवाला देकर उसे रोका था। लेकिन दोस्तों का हवाला देकर वह बाहर आ गया। मां को बताया कि बस आधे घंटे में ही लौटा आऊंगा। लेकिन घर पहुंची तो उसकी मौत की खबर।

साइबर कैफे चलाता था कार्तिक

कार्तिक डोभाल हल्द्वानी में ही साइबर कैफे संचालित करता था। सोमवार को मतदान के कारण कैफे बंद होने के कारण उसने दोस्तों के साथ घूमने की योजना बना ली। लेकिन तेज रफ्तार ने दोस्तों के साथ उसकी भी जान ले ली।

chat bot
आपका साथी