गवर्नर ने नीम करौली महाराज के पुत्र धर्मनारायण महाराज से आध्‍यात्‍म पर की चर्चा

राज्यपाल बेबीरानी मौर्य ने कैंची धाम स्थित बाबा नीम करौली महाराज के दरबार में शीश नवाया। बाद में कोसी घाटी के काकड़ीघाट में बाबा के आश्रम में श्रीमद् भागवत कथा सुनने पहुंची।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Tue, 28 May 2019 09:45 AM (IST) Updated:Tue, 28 May 2019 09:45 AM (IST)
गवर्नर ने नीम करौली महाराज के पुत्र धर्मनारायण महाराज से आध्‍यात्‍म पर की चर्चा
गवर्नर ने नीम करौली महाराज के पुत्र धर्मनारायण महाराज से आध्‍यात्‍म पर की चर्चा

रानीखेत, जेएनएन : राज्यपाल बेबीरानी मौर्य ने कैंची धाम स्थित बाबा नीम करौली महाराज के दरबार में शीश नवाया। बाद में कोसी घाटी के काकड़ीघाट में बाबा के आश्रम में श्रीमद् भागवत कथा सुनने पहुंची। उन्होंने बाबा नीम करौली महाराज के पुत्र धर्मनारायण महाराज से अध्यात्म व दर्शन पर विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि काकड़ीघाट आध्यात्मिक लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण स्थल को तीर्थाटन के रूप में विकसित किए जाने के लिए मिलकर प्रयास करने होंगे।
राज्यपाल बेबी रानी सोमवार को अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर कैंची धाम पहुंची और विशेष पूजा अर्चना की। बाद में राज्यपाल काकड़ीघाट (ताड़ीखेत) पहुंची। उन्होंने डीएम नितिन सिंह भदौरिया को आश्रम में पेयजल व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए।

तीस वर्ष पूर्व आई थी कैंची धाम 
राज्यपाल ने 'जागरण' से खास बातचीत में कहा कि वह 30 वर्ष पूर्व कैंची धाम आई थी। वह बराबर बाबा के अन्य आश्रमों में जाया करतीं हैं। राज्यपाल ने कहा कि काकड़ीघाट में पर्यटन गतिविधियों के लिए रोडमैप तैयार किया जाएगा। काकड़ीघाट में युग पुरुष स्वामी विवेकानंद तपोस्थली है तो बाबा नीम करौली महाराज का आश्रम भी। अलौकिक शक्ति के इस केंद्र को तीर्थाटन को बढ़ावा देने की जरूरत है। यह काम मिल कर करना होगा।

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