दिल्ली दंगों से सहमा हुआ है गवाह मनोज, मुकदमा वापस लेने के लिए फोन कर दी गई थी धमकी

दिल्ली दंगों के गवाह पर नामजदों द्वारा गवाही वापस लिए जाने को लेकर एक बार कॉल आई थी। दंगों व धमकी भरी कॉल आने से मनोज काफी डरा हुआ है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Wed, 22 Jul 2020 06:57 PM (IST) Updated:Wed, 22 Jul 2020 06:57 PM (IST)
दिल्ली दंगों से सहमा हुआ है गवाह मनोज, मुकदमा वापस लेने के लिए फोन कर दी गई थी धमकी
दिल्ली दंगों से सहमा हुआ है गवाह मनोज, मुकदमा वापस लेने के लिए फोन कर दी गई थी धमकी

चम्पावत, जेएनएन : दिल्ली दंगों के गवाह पर नामजदों द्वारा गवाही वापस लिए जाने को लेकर एक बार कॉल आई थी। दंगों व धमकी भरी कॉल आने से मनोज काफी डरा हुआ है। मनोज ने कहा कि वह अब दिल्ली नहीं जाना चाहता। वह गांव में ही रहकर कार्य करना चाहता है। पंचेश्वर थाना पुलिस मनोज की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच करने में जुटी हुई है।

मूलरूप से जनपद चम्पावत के लोहाघाट ब्लॉक के जाख जिंडी के खुरपाली गांव निवासी मनोज कलौनी पुत्र पूर्णानंद कलौनी लॉकडाउन से पूर्व तक नार्थ ईस्ट दिल्ली के प्राइवेट विद्यालय में चतुर्थ श्रेणी पद पर कार्यरत था। मार्च में दिल्ली में दंगा भड़क गया। दंगे का प्रत्यक्षदर्शी होने के कारण टीबी चैनल पर दिए बयान के आधार पर क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे गवाह बनाया था। लॉकडाउन के बाद मनोज अपने घर खुरपाली आ गया। आरोप है कि दंगों में नामजद आरोपित फैजल के पिता अब मनोज कलौनी को फोन कर दी गई गवाही को वापस लेने के लिए कह रहे हैं।

मनोज ने पंचेश्वर कोतवाली में तहरीर दी। जिसमें कहा गया है कि वह दिल्ली दंगों में दर्ज एक मुकदमे का गवाह था। मुकदमे के आरोपित नार्थ ईस्ट दिल्ली थाना दयालपुर निवासी 65 वर्षीय मौलाना गुलाम रसूल व नार्थ ईस्ट निवासी 75 वर्षीय फारुख नवाब द्वारा उसे फोन कर दंगे की गवाही से हटने की धमकी दी जा रही है। मनोज जिस स्कूल में नौकरी करता है फैजल उस स्कूल का मालिक है। जिसने मनोज को फोन किया वह फैजल के बुजुर्ग पिता फारूख नवाब है। मनोज ने बताया कि उसके पास करीब 15 जून को फारूख नवाब का फोन आया था। उन्होंने गवाही वापस लेने के लिए कहा। लेकिन वह दंगों से काफी डरा हुआ है। जिस कारण उसने थाने में तहरीर दी। अब वह दिल्ली नहीं जाना चाहता। वह गांव में रहकर ही काम करेगा।

एसपी लोकेश्वर सिंह ने बताया कि मामले में दिल्ली के नार्थ ईस्ट निवासी 65 वर्षीय मौलाना गुलाम रसूल और 75 वर्षीय फारुख नवाब के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया गया है। मामले में कॉल डिटेल निकलवाई गई है जिसमें आरोपी के कॉल करने की पुष्टि हुई है। दिल्ली पुलिस से भी संपर्क किया गया है। मामले के साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। कोरोना महामारी के खत्म होने के बाद दिल्ली जाकर जांच को तेज किया जाएगा।

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