आपदा मद से मिलेगा वन्यजीवों से नुकसान का मुआवजा

नैनीताल में वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने मानव जीव संघर्ष की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताते हुए कहा कि वन्यजीवों से नुकसान का मुआवजा अब आपदा मद से दिया जाएगा। सभी डीएफओ से लंबित प्रकरणों की रिपोर्ट मांगी गई है। उन्होंने कहा कि एक हजार से अधिक ऊंचाई वाले पर्वतीय इलाकों से हरे पेड़ काटने पर लगी पाबंदी हटाने पर गंभीरता से विचार किया गया गया है। केंद्र सरकार से अनुमति मांगी गई है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Jan 2020 06:52 AM (IST) Updated:Tue, 28 Jan 2020 06:52 AM (IST)
आपदा मद से मिलेगा वन्यजीवों से नुकसान का मुआवजा
आपदा मद से मिलेगा वन्यजीवों से नुकसान का मुआवजा

जासं, नैनीताल : वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने मानव जीव संघर्ष की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताते हुए कहा कि वन्यजीवों से नुकसान का मुआवजा अब आपदा मद से दिया जाएगा। सभी डीएफओ से लंबित प्रकरणों की रिपोर्ट मांगी गई है। उन्होंने कहा कि एक हजार से अधिक ऊंचाई वाले पर्वतीय इलाकों से हरे पेड़ काटने पर लगी पाबंदी हटाने पर गंभीरता से विचार किया गया गया है। केंद्र सरकार से अनुमति मांगी गई है।

गणतंत्र दिवस पर चिडि़याघर में इंटरप्रिटेशन सेंटर के लोकार्पण के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए वन मंत्री डॉ. हरक ने काग्रेस में वापसी से साफ तौर पर इन्कार करते हुए जोड़ा कि राजनीति में कोई स्थायी शत्रु या मित्र नहीं होता। उन्होंने पूर्व सीएम हरीश रावत से अब सियासी तकरार होने से इन्कार करते हुए कहा कि जब मुख्यमंत्री रहते रावत को समझाया गया मगर वह नहीं माने, मजबूर होकर उन्हें कदम उठाना पड़ा। मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने वनों की परिभाषा तय करने का अधिकार राज्यों पर छोड़ा है। दस हेक्टेयर से कम वाले वन को वनों की परिभाषा से दायरे से बाहर करने के मामले में कहा कि निजी क्षेत्र के वनों के लिए आदेश जारी किया गया था। रिवर्स पलायन को बढ़ावा देने को यह निर्णय लिया गया था। मंत्री ने कहा कि हल्द्वानी चिडि़याघर का 20 करोड़ काम एक माह में शुरू हो जाएगा। कार्यदायी संस्था तय हो चुकी है। कांग्रेस नेता पूर्व मंत्री राजेंद्र भंडारी के ब्राह्माणों को हराने के कथित आडियो पर कहा कि राजनीति में महत्वहीन व हल्की बयानबाजी नहीं की जानी चाहिए।

थ्री डी मॉडल से देखिए मानव, जीव जंतु विकास

जीबी पंत प्राणी उद्यान में बने इंटरप्रिटेशन सेंटर का मुख्य अतिथि वन एवं पर्यावरण मंत्री हरक रावत ने शुभारंभ किया। सेंटर में जीव जंतु, मानव, वनस्पति विकास, पारिस्थितिकी तंत्र, रेसक्यू, वनाग्नि प्रबंधन को थ्री डी मॉडल से दिखाया गया है। नैनीताल शहर की जैव विविधता का मॉडल भी आकर्षण का केंद्र बना है। वन मंत्री ने इस अवसर पर कहा कि नैनीताल देश-दुनिया का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है, चिडि़याघर के माध्यम से वन्यजीव संरक्षण का संदेश देने के लिए यह प्रयास किया गया है। इस अवसर पर विधायक संजीव आर्य, मुख्य वन संरक्षक डॉ. विवेक कुमार पांडेय, सीसीएफ पराग मधुकर धकाते, डीएफओ व निदेशक चिडि़याघर बीजूलाल टीआर, डीएफओ दिनकर तिवारी, एसडीओ केसी तिवारी, केसी पंत, रेंजर ममता चंद, तनुजा परिहार, डिप्टी रेंजर दीपक तिवारी, भाजपा नगर अध्यक्ष आनंद बिष्ट, मनोज जोशी, कुंदन बिष्ट, भुवन चंद्र आर्य आदि रहे। संचालन विभु कृष्णा ने किया।

chat bot
आपका साथी