नहाय खाय के साथ शुरू हुआ उल्लास का छठ पर्व, हल्द्वानी में 1982 में हुई थी पूजा की शुरुआत

आस्था व उल्लास का छठ पर्व सोमवार को नहाय खाय के साथ शुरू हो गया। मंगलवार को खरना होगा। हल्द्वानी में रामपुर रोड स्थित सुशीला तिवारी अस्पताल के पास के अलावा उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी (यूओयू) के नजदीक सामूहिक रूप से छठ पूजा होती है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Tue, 09 Nov 2021 08:23 AM (IST) Updated:Tue, 09 Nov 2021 08:23 AM (IST)
नहाय खाय के साथ शुरू हुआ उल्लास का छठ पर्व, हल्द्वानी में 1982 में हुई थी पूजा की शुरुआत
नहाय खाय के साथ शुरू हुआ उल्लास का छठ पर्व, हल्द्वानी में 1982 में हुई थी पूजा की शुरुआत

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : आस्था व उल्लास का छठ पर्व सोमवार को नहाय खाय के साथ शुरू हो गया। मंगलवार को खरना होगा। हल्द्वानी में रामपुर रोड स्थित सुशीला तिवारी अस्पताल के पास के अलावा उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी (यूओयू) के नजदीक सामूहिक रूप से छठ पूजा होती है। बिहारी कालोनी के 10 परिवार पिछले सात वर्षों से यूओयू के पास छठ पूजा करते आ रहे हैं। हल्द्वानी में दो परिवारों ने 1982 में छठ पूजा की शुरुआत की थी।

मूलरूप से बिहार के गोपालगंज जिले के रहने वाले शंकर भगत काम के सिलसिले में हल्द्वानी आ गए थे। ट्रांसपोर्ट कारोबारी भगत ने रामपुर रोड पर घर बना लिया। भगत व उनके साथी ठेकेदार विक्रम राय ने रामपुर रोड नहर किनारे छठ पूजा की परंपरा शुरू की। काम के चलते गांव जाना संभव नहीं था। फिर घर भी हल्द्वानी में बना लिया था। इसलिए यहीं पूजन करने लगे। तब नहर पार करने के लिए पुलिया नहीं थी।

बांस के डंडे डालकर रास्ता तैयार किया। पत्थरों से वेदी बनाकर दो परिवार छठ पूजा करते थे। आज घाट संवरा नजर आने लगा है। 19 वेदियों के साथ दो पुलिया, स्नानागार, बिजली, पानी की सुविधा से घाट सुसज्जित हो गया है। छठ सेवा समिति के उपाध्यक्ष शंकर भगत बताते हैं कि तक रामपुर रोड में सीमित घर थे। वर्तमान में हल्द्वानी व आसपास करीब डेढ़ हजार परिवार छठ पूजा करते हैं।

मजदूरों से कराई नहर की सफाई

छठ घाट सज गया है। छठ सेवा समिति ने सोमवार को मजदूर लगाकर नहर की सफाई कराई। वेदियों को रंगकर सजा दिया है। बुधवार को घाट पर डूबते सूर्य को अघ्र्य देने के लिए व्रती जुटेंगे।

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