Uttarakhand Chunav 2022: बगावत न हो और टिकट भी बंट जाए, अल्मोड़ा विधान सभा में बीजेपी चुनाव प्रभारी ने संभाला मोर्चा

Uttarakhand Vidhan Sabha Chunav 2022 मंगलवार को बीजेपी की प्रदेश सह चुनाव प्रभारी और पश्चिम बंगाल से सांसद लाकेट चटर्जी मुख्यालय पहुंची। उन्होंने गोपनीय तरीके से बैठक कर कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोली। उन्होंने हर विधानसभा के मंडल अध्यक्षों जिलाध्यक्ष से अलग-अलग मुलाकात कर दावेदारों के बारे में जानकारी जुटाई।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Tue, 11 Jan 2022 08:21 PM (IST) Updated:Tue, 11 Jan 2022 08:21 PM (IST)
Uttarakhand Chunav 2022: बगावत न हो और टिकट भी बंट जाए, अल्मोड़ा विधान सभा में बीजेपी चुनाव प्रभारी ने संभाला मोर्चा
कहा कि अगले एक सप्ताह में टिकट फाइनल कर दिए जाएंगे।

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : भाजपा के लिए जिले की पांच विधानसभाओं में पार्टी प्रत्याशी करना सिरदर्द बना हुआ है। किसी प्रकार की बगावत ना हो इसके लिए बीजेपी की प्रदेश सह चुनाव प्रभारी सांसद लाकेट चटर्जी ने खुद मोर्चा संभाल लिया है। उन्होंने दावेदारों के साथ बातचीत कर रायशुमारी की काेशिश कर रही हैं। अब देखना दिलचस्प होगा की वह इसमें कितनी सफल हो पातीं हैं।

मंगलवार को बीजेपी की प्रदेश सह चुनाव प्रभारी और पश्चिम बंगाल से सांसद लाकेट चटर्जी मुख्यालय पहुंची। जहां उन्होंने गोपनीय तरीके से बैठक कर कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोली। उन्होंने हर विधानसभा के मंडल अध्यक्षों, जिलाध्यक्ष से अलग-अलग मुलाकात कर दावेदारों के बारे में जानकारी जुटाई। उन्होंने कहा कि अगले एक सप्ताह में टिकट फाइनल कर दिए जाएंगे। महिलाओं को भी टिकट देने की बात उन्होंने कही।

असल में अल्मोड़ा जिले में कुल 6 विधानसभाएं है। अगर सोमेश्वर विधानसभा को छोड़ दिया जाए तो अल्मोड़ा, जागेश्वर, रानीखेत, सल्ट, द्वाराहाट में दावेदारों की फौज को देखते हुए टिकट फाइनल करने में खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। बगावत रोकने को रायसुमारी की कोशिश की जा रही है। अल्मोड़ा विधानसभा से सीटिंग विधायक रघुनाथ सिंह चौहान के साथ दो बार अल्मोड़ा विधानसभा से चुनाव लड़ चुके और 2002 में चुनाव जीत चुके कैलाश शर्मा भी टिकट के प्रबल दावेदार माने जा रहे है। 2012 में टिकट ना मिलने पर वह अपना बगावती चेहरा भी दिखा चुके हैं। इसके अलावा युवा चेहरा भाजयुमाे प्रदेश अध्यक्ष कुंदन लटवाल भी अपनी मजबूत ताल ठोंक रहे हैं। जागेश्वर विधानसभा में भी बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ चुके सुभाष पांडे, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मोहन सिंह मेहरा, युवा चेहरा गौरव पांडे अपनी दावेदारी कर रहे हैं। इसके अलावा रानीखेत विधानसभा सबसे अधिक सिरदर्द बनी हुई है।

अजय भट्ट के नैनीताल संसदीय क्षेत्र के सांसद बनने के बाद से इस सीट पर दावेदार बढ़ गए हैं। यहां से कैलाश पंत, महेंद्र अधिकारी, मोहन नेगी, ज्योति साह मिश्रा, धन सिंह रावत, प्रमाेद नैनवाल दावेदारी कर रहे हैं। ऐसा ही हाल सल्ट विधानसभा में है। यहां सिटिंग विधायक महेश नेगी के साथ दिनेश मेहरा, यशपाल सिंह रावत के नाम आ रहे हैं। द्वाराहाट विधानसभा में सीटिंग विधायक महेश नेगी के साथ अनिल साही, कैलाश भट्ट अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं।

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