दूध खरीद में अनियमितता पर अनशन करेंगी अध्यक्ष

लालकुआं दुग्ध संघ द्वारा बगैर टेंडर कराए एवं बगैर मानकों को पूर्ण कर राजस्थान से तीन माह तक दूध खरीदने के मामले ने तूल पकड़ लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 21 Feb 2020 01:55 AM (IST) Updated:Fri, 21 Feb 2020 06:15 AM (IST)
दूध खरीद में अनियमितता पर अनशन करेंगी अध्यक्ष
दूध खरीद में अनियमितता पर अनशन करेंगी अध्यक्ष

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : लालकुआं दुग्ध संघ द्वारा बगैर टेंडर कराए एवं बगैर मानकों को पूर्ण किए राजस्थान से तीन माह तक दूध खरीदने का मामले ने तूल पकड़ लिया है। उत्तराखंड कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन (यूसीडीएफ) की अध्यक्ष रेखा बिष्ट ने ही इस अनियमितता के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और तय समय के भीतर जांच रिपोर्ट न मिलने पर आमरण अनशन की चेतावनी दे दी है। इससे यूसीडीएफ से लेकर संघ में खलबली मच गई है।

यूसीडीएफ अध्यक्ष रेखा बिष्ट ने कहा कि लगातार दूध का उत्पादन घटने की चिंता किसी को नहीं है। उन्होंने अपने ही अधिकारियों की कार्यशैली को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि बिना टेंडर के राजस्थान से दूध की खरीद में अनियमितता बरती गई है। डेयरी निदेशक से मुलाकात कर मांग की गई है कि वह इस मामले की निष्पक्ष जांच कराएं। निदेशक ने इसी माह के अंत तक जांच रिपोर्ट तैयार करने की बात कही है। फेडरेशन अध्यक्ष ने चेतावनी दी है कि यदि जांच में लापरवाही बरती गई तो वह निदेशालय के बाहर ही आमरण अनशन पर बैठेंगी।

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ये है मामला

लालकुआं दुग्ध संघ ने पूर्व में बिना टेंडर के राजस्थान की प्रधान डेयरी से आवश्यकता के अनुसार करीब तीन माह तक दूध की खरीद की थी। सेंट्रल डेयरी लैब की रिपोर्ट में यह दूध अधोमानक पाया गया था। इस जांच रिपोर्ट के बाद राजस्थान से दूध की खरीद बंद कर दी गई। यह दूध नवंबर 2019 से जनवरी 2020 तक खरीदा गया था। यह दूध 48.10 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से खरीद हो रही थी।

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तीन सदस्यीय कमेटी कर रही जांच

डेयरी निदेशक जीवन सिंह नगन्याल ने दूध खरीद और अधोमानक मिलने को लेकर 31 जनवरी को जांच बैठाई थी। मामले की जांच संयुक्त निदेश जयदीप अरोरा को सौंपी गई थी। जांच के लिए 15 दिन का समय दिया था, लेकिन अभी तक इसकी रिपोर्ट नहीं आई। जांच रिपोर्ट नहीं आने के मामले में नगन्याल ने कोई जवाब नहीं दिया। बताया कि जांच फिर से कराई जा रही है, जिसमें तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है। इन्हें 15 दिन में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं। नैनीताल दुग्ध संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा ने गुरुवार को प्रेस को जारी विज्ञप्ति में बताया है कि दुग्ध सहकारिता राजस्थान प्रधान डेयरी से दूध खरीद को लेकर को भ्रम व संदेह न रखें। यूसीडीएफ द्वारा दी गई सहमति के आधार पर नियमों व शर्तो के अनुरूप ही दूध क्रय किया जाता है।

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महाप्रबंधक को जानकारी ही नहीं

लालकुआं दुग्ध संघ के महाप्रबंधक अजय क्वीरा ने बताया कि यूसीडीएफ के आदेश पर आवश्यकता के अनुसार ही दूध की खरीद करता है। रोजाना लगभग 15 से 18 हजार लीटर दूध की खरीद की जाती है। खरीद के बाद सेंट्रल डेयरी लैब में दूध की टेस्टिंग होती है। इसके बाद ही बाजार में दूध पहुंचता है। राजस्थान दूध खरीद के अधोमानक होने की कोई जानकारी नहीं है।

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पहले ऊधमसिंह नगर व चम्पावत से खरीदा जाता था दूध

लालकुआं दुग्ध संघ के जीएम अजय क्वीरा ने बताया कि दो महीना पहले ऊधमसिंह नगर से दूध क्रय किया जाता था। शासन के आदेश के बाद वहां से खरीद बंद कर दी गई। हालांकि आवश्यकता होने पर बीच-बीच में चम्पावत से दूध खरीदा जाता है। इन जगहों से 48.10 रुपये प्रति लीटर दूध की खरीद होती है।

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अब भदोही से होगी दूध खरीद

राजस्थान से दूध खरीद पर विवाद के बाद अब लालकुआं दुग्ध संघ भदोही से दूध खरीदेगा। इसके लिए यूसीडीएफ ने लालकुआं संघ को आदेश जारी कर दिए हैं। यूसीडीएफ निदेशक जीवन सिंह नगन्याल ने बताया कि भदोही से दूध 47.85 रुपये में खरीदा जाएगा। जरूरत के आधार पर ही दूध मंगाया जाएगा।

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2016 में भी चर्चा में आया था मामला

लालकुआं दुग्ध संघ का यह कोई नया मामला नहीं है। वर्ष 2016 में भी प्राइवेट डेयरी से से आने वाले दूध के टैंकरों में दूध की मात्रा में घालमेल का मामला प्रकाश में आया था। कई महीनों तक हुई खरीद में लाखों रुपये के हेरफेर के आरोप लगे थे।

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