आधार की तर्ज पर पशुओं का होगा छह डिजिट का नंबर

सतेंद्र डंडरियाल, हल्द्वानी आधार कार्ड की तर्ज पर अब पशुओं का भी यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर होगा। ने

By JagranEdited By: Publish:Thu, 30 Mar 2017 01:00 AM (IST) Updated:Thu, 30 Mar 2017 01:00 AM (IST)
आधार की तर्ज पर पशुओं का होगा छह डिजिट का नंबर
आधार की तर्ज पर पशुओं का होगा छह डिजिट का नंबर

सतेंद्र डंडरियाल, हल्द्वानी

आधार कार्ड की तर्ज पर अब पशुओं का भी यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर होगा। नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड ने दुधारू पशुओं की गणना के लिए नया फॉर्मेट तैयार किया है। प्रथम चरण में प्रदेश में दुधारू गायों की गणना होगी। इसमें गायों के कानों पर 12 डिजिट का एक नंबर टैग किया जाएगा। इस नंबर के आधार पर देश के किसी भी कोने से गाय की नस्ल व अन्य खूबियों के विषय में एक क्लिक पर जानकारी हासिल की जा सकेगी।

नैनीताल जिले के आठ ब्लाकों में गायों की डिजिटल गिनती का काम शुरू हो गया है। गायों के कानों में टैग लगाने के लिए एक खास तरह की मशीन का सहारा लिया जाएगा। इससे कोई भी व्यक्ति इस टैग को निकाल नहीं सकेगा। टैग पर अंकित 12 डिजिट का नंबर गाय के मालिक का पता-ठिकाना बता देगा। साथ ही पशुपालक को एक कार्ड दिया जाएगा। इसमें पशु चिकित्सक पशु की पूरी डिटेल दर्ज करेंगे। इस डिटेल को भारत सरकार के नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड की अधिकृत वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। इससे पशुपालकों को यह फायदा होगा कि वह किसी दूसरे पशुपालक से पशु खरीदने के दौरान आसानी से पशु की पूरी डिटेल जान सकेंगे। साथ ही पशुपालकों को समय-समय पर पशु की स्वास्थ्य से संबंधित एसएमएस भी आएंगे।

इस्तेमाल होंगे 75 टैबलेट

हल्द्वानी : आगामी जुलाई माह से आरंभ हो रही पशु गणना इस बार नए तरीके से होगी। पशु गणना में लगे चिकित्सकों को टैबलेट दिए जाएंगे। इसमें निर्धारित प्रक्रिया के तहत पशुओं की पूरी डिटेल अंकित की जाएगी। इस तरह की गणना को लेकर विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। नैनीताल जिले के आठ ब्लाकों में पशु गणना में 75 टैबलेट का इस्तेमाल किया जाएगा।

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गायों के कानों में ईयर टैग लगाने के लिए कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। टैग लगने के बाद पशु की डिटेल जानकारी ऑनलाइन की जाएगी। इसके साथ ही पशुगणना का प्रशिक्षण भी आरंभ हो गया है।

डॉ. डीसी जोशी, वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी

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