इंदिरा आवास के भवन में शराब का कारोबार

संवाद सहयोगी, भीमताल : धारी ब्लॉक के भटेलिया की दर्जनों ग्रामसभाओं की महिलाएं बीते कई दिनों से क्षेत

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Mar 2017 01:01 AM (IST) Updated:Tue, 21 Mar 2017 01:01 AM (IST)
इंदिरा आवास के भवन में शराब का कारोबार
इंदिरा आवास के भवन में शराब का कारोबार

संवाद सहयोगी, भीमताल : धारी ब्लॉक के भटेलिया की दर्जनों ग्रामसभाओं की महिलाएं बीते कई दिनों से क्षेत्र में शराब की दुकानों का विरोध कर रही हैं, लेकिन प्रशासन है कि जागने का नाम नहीं ले रहा। आलम यह है कि पदमपुरी में बीते आठ साल से इंदिरा आवास के अंतर्गत बने मकान में शराब की दुकान संचालित हो रही है, लेकिन आज तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। कई बार शासन को इसकी रिपोर्ट भेजी गई, लेकिन नतीजा सिफर।

विकासखंड धारी अंतर्गत पदमपुरी में करीब 17-18 साल पहले इंदिरा आवास योजना के तहत मुन्नी देवी पत्‍‌नी पान सिंह को मकान आवंटित किया गया। क्षेत्रवासियों के अनुसार मुन्नी देवी वर्तमान में चंडीगढ़ में रहती हैं। यही नहीं मकान के दोमंजिले में बीते आठ साल से शराब की दुकान संचालित की जा रही है। तहसीलदार नवाजिश खलीक ने बताया कि इस बाबत कुछ समय पहले उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जा चुकी है। यही नहीं हाल में भी रिपोर्ट भेजी गई है। मामले की जांच की जा रही है। इधर, गांव के लिंक मार्ग पर शराब की दुकान खुलने की सुगबुगाहट के बीच भटेलिया की दर्जनों ग्रामसभाओं की महिलाओं ने विरोध शुरू कर दिया है। रविवार को भी महिलाओं ने लेटीबुंगा से जुलूस निकालकर भटेलिया में दर्जनों दुकानों के शटर गिरा दिए थे। यही नहीं प्रशासन को एक सप्ताह के अंदर कार्रवाई करने का अल्टीमेटम भी दिया।

दुकानों का स्थानांतरण और अधिक पीड़ादायक

भीमताल : शराब की दुकानों के विरोध में महिलाओं ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में शराब की दुकानें नहीं खोली जानी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार हाईवे से पांच सौ मीटर के अंदर शराब की दुकानों पर प्रतिबंधित है। इसलिए जो दुकानें आदेश की जद में आ रही हैं उन्हें अन्यत्र स्थापित किया जाना है। महिलाओं ने कहा कि आदेश के अनुपालन में इन दुकानों को हटाकर गांव के लिंक मार्ग या कच्ची सड़कों पर न खोला जाए। ऐसा होने पर इन दुकानों का स्थानांतरण ग्रामीणों के लिए और घातक हो जाएगा।

ओखलकांडा में भी भड़की ज्वाला

धारी ब्लॉक के बाद शराब की दुकानों का विरोध अब ओखलकांडा ब्लॉक में भी शुरू हो गया है। ओखलकांडा की महिलाओं ने कहा कि आर्थिक रूप से पिछड़े क्षेत्र शराब मुक्त होने आवश्यक हैं। जितना धन शराब में प्रयोग किया जाता है उससे पहाड़ में कई संसाधन विकसित हो सकते हैं। ओखलकांडा में भी महिलाओं ने इसके विरोध में सड़कों पर उतरने का एलान किया है।

युवाओं ने उठाया जागरूकता का बेड़ा

भीमताल : धारी में विरोध के बीच रामगढ़ ब्लॉक के युवाओं ने भी संगठित होकर शराब की दुकानें हटाने के लिए लोगों को जागरूक करना शुरू कर दिया है। जनजागरूकता कार्यक्रम के तहत महेंद्र न्याल, अनिल न्याल, निपुण देवलिया, नवीन देवलिया, नितेश देवलिया व गुड्डू न्याल आदि लोगों को शराब से होने वाले नुकसान के बारे में बता रहे हैं। यही नहीं इस मुहिम में महिलाओं को भी एकजुट कर रहे हैं।

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शराब का विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक शासन दुकान बंद करने का आदेश नहीं देता। शराब की वजह से परिवार बर्बाद हो गए हैं। महिलाओं के साथ पढ़े-लिखे लोगों को भी मुहिम में शामिल होना चाहिए।

शांति देवी, ग्रामीण, नथुवाखान

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महिलाओं की दशा और पर्वतीय क्षेत्रों में गरीबी का मुख्य कारण शराब है। महिलाओं में शराब के प्रति रोष है तब ही तो सब महिलाएं संगठित होकर शराब का विरोध कर रही हैं। शराब की दुकान हटाई जानी जरूरी है।

अंजू नयाल, ब्लॉक प्रमुख, धारी

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