2 लाख 24 हजार की स्ट्रीट लाइट, फिर भी अंधेरा

सरकारी धन का दुरूपयोग तो देखिये 2 लाख 24 हजार के भारी भरकम बजट खर्च करने के बाद भी गांव अंधेरे में है। गाजीवली गांव में लगाई गई अधिकांश स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 27 Aug 2020 11:43 PM (IST) Updated:Fri, 28 Aug 2020 06:18 AM (IST)
2 लाख 24 हजार की स्ट्रीट लाइट, फिर भी अंधेरा
2 लाख 24 हजार की स्ट्रीट लाइट, फिर भी अंधेरा

संवाद सूत्र, लालढांग : सरकारी धन का दुरुपयोग तो देखिये, 2 लाख 24 हजार की धनराशि खर्च करने के बाद भी गांव अंधेरे में है। गाजीवाली गांव में लगाई गई अधिकांश स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी हैं। अब बरसात के दिनों में ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अब एक बार फिर से सांसद निधि से क्षेत्र में सोलर लाइट लगाई जा रही है।

अगस्त 2017 में राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन की ओर से ग्राम पंचायत गाजीवली गांव में स्ट्रीट लाइट लगाई गई थी। कुछ दिन तो पूरा गांव रात भर जगमगाता रहा, लेकिन रखरखाव का माकूल इंतजाम न होने से अधिकांश लाइट बुझ चुकी हैं। बरसात के समय ग्रामीण इलाकों में बड़ी-बड़ी घास उग आती है, सांप-बिच्छू, कीड़े-मकौड़े का खतरा बना रहता है। अब ग्रामीण अंधेरा होते ही अपने घरों में कैद होने को मजबूर हो जाते हैं। ग्रामीण अमित पाल का आरोप है कि जिस तरह नगर निगम या नगर पालिका क्षेत्र में देखरेख के लिए बजट देने के साथ ही कर्मचारियों को तैनात किया जाता है। ऐसे ही व्यवस्था ग्राम पंचायत स्तर पर भी बनाई जानी चाहिए।

हरिद्वार सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक की सांसद निधि से सोलर लाइटें लगाई जा रही हैं। जिसे लेकर आशंका व्यक्त की जा रही है कि अगर पुराना रवैया ही रहा तो यह खर्च भी बेकार ही साबित होगा। इस बारे में ग्रामप्रधान गाजीवाली महेश कुमार का कहना है कि स्ट्रीट लाइट की रिपेयरिग का बजट नहीं आने से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अपने स्तर से जल्द ही लाइट की मरम्मत का काम कराया जाएगा।

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