राशन की दुकानों पर शारीरिक दूरी के नियमों का पालन नहीं

शहरों में तो कुछ हद तक शारीरिक दूरी के नियमों का पालन हो रहा है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में सस्ते गल्ले की दुकानों पर भीड़ जमा होकर नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। पुलिस भी शारीरिक दूरी के नियमों का पालन कराने को लेकर लापरवाह बनी हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Apr 2020 06:15 PM (IST) Updated:Thu, 02 Apr 2020 06:15 PM (IST)
राशन की दुकानों पर शारीरिक दूरी के नियमों का पालन नहीं
राशन की दुकानों पर शारीरिक दूरी के नियमों का पालन नहीं

संवाद सहयोगी, हरिद्वार: शहरों में तो कुछ हद तक शारीरिक दूरी के नियमों का पालन हो रहा है। लेकिन, ग्रामीण क्षेत्र में सस्ते गल्ले की दुकानों पर भीड़ जमा होकर नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। पुलिस भी शारीरिक दूरी के नियमों का पालन कराने को लेकर लापरवाह बनी हुई है। ऐसे में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है।

सरकारी गल्ले की दुकानों पर सरकार की ओर से तीन माह का राशन वितरित किया जा रहा है। लेकिन, राशन वितरण के दौरान शारीरिक दूरी के नियम का पालन नहीं किया जा रहा है। हरिद्वार शहर में तो कुछ हद तक इसका पालन पुलिस करा भी रही है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस भी हीलाहवाली बरत रही है। गुरुवार को पथरी क्षेत्र के पदार्था गांव में राशन लेने के लिए लोगों की भीड़ जुटी रही। वहीं घोस्सीपुरा गांव लोगों ने लाइन तो लगाई थी, लेकिन शारीरिक दूरी का पालन होते नहीं मिला। वहीं, ग्रामीणों ने राशन डीलर पर कम राशन देने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। धनपुरा गांव में सरकारी गल्ले की दुकान पर भी कुछ ऐसा ही हाल रहा। उधर, फेरूपुर पुलिस चौकी प्रभारी उमेश कुमार का कहना है कि पुलिस कर्मी राशन की दुकानों पर भेजे जा रहे हैं। लेकिन, एक राशन की दुकान पर झगड़े की सूचना पर उन्हें अचानक वहां भेज दिया गया था। शारीरिक दूरी के नियम का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है।

राशन का ज्यादा शुल्क वसूलने का आरोप: वरिष्ठ नागरिक सामाजिक संगठन के अध्यक्ष चौधरी चरण सिंह ने जिला खाद्य आपूर्ति को शिकायत की है। आरोप लगाया है कि शास्त्री नगर ज्वालापुर का राशन डीलर उत्तराखंड राज्य खाद्यान्न योजना के कार्डधारकों से राशन के अधिक दाम वसूल रहा है। उन्होंने डीलर की ओर से वितरित किए जा रहे राशन की जांच कराने की मांग की है।

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