दिखावे को ही हैं थानों में लगे सीसीटीवी कैमरे

शहर से देहात तक थानों में लगे सीसीटीवी कैमरे दिखावे को ही लगा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Sep 2020 08:06 PM (IST) Updated:Fri, 18 Sep 2020 08:06 PM (IST)
दिखावे को ही हैं थानों  में लगे सीसीटीवी कैमरे
दिखावे को ही हैं थानों में लगे सीसीटीवी कैमरे

जागरण संवाददाता, रुड़की: शहर से देहात तक थानों में लगे सीसीटीवी कैमरे दिखावे को ही लगे हैं। इन कैमरों का कहीं भी सदुपयोग होता नहीं दिख रहा। किसी जगह एक कैमरा खराब है तो कहीं पर कैमरे सहीं प्वाइंट पर नहीं लगा है। यहीं नहीं कैमरों पर नजर रखने के लिए किसी पुलिसकर्मी की तैनाती तक नहीं की गई है।

करीब एक साल पहले पुलिस मुख्यालय की तरफ से जिले के सभी कोतवाली और थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। कैमरा लगाने के पीछे मकसद यह था कि कोतवाली और थानों में मानवाधिकार के नियमों का पालन हो सके। हिरासत में लिए गए व्यक्ति का उत्पीड़न न हो। साथ ही हवालात में बंद आरोपितों पर नजर रखी जा सके, लेकिन कैमरों का कोई खास खास लाभ होता नहीं दिख रहा। थानों में लगे कुछ कैमरे तो बंद पड़े है। इन बंद पड़े कैमरों को चलाने की व्यवस्था नहीं हो रही। साथ ही कुछ कैमरे सही प्वाइंटों पर नहीं लगे है। इसके चलते सीसी कैमरे शोपीस बनकर रह गए है। कैमरे होने के बावजूद पुलिस पर उत्पीड़न और अभद्रता के आरोप लगा रहे है। वहीं हवालात में बंद आरोपित भी फरार हो रहे है। मंगलवार को सिविल लाइंस कोतवाली की हवालात से एक अपहरण का आरोपित ने फरार होकर थाने में लगे कैमरो की पोल खोल दी थी। ऐसे में अब अधिकारी इस तरह के मामलों को लेकर गंभीर है। एसएसपी सेंथिल अवूदई कृष्ण राज एस का कहना है कि सभी प्रभारियों को निर्देशित किया गया है कि थानों में बनाए गए कैमरो के कंट्रोल रूम में एक पुलिसकर्मी की तैनाती होगी।। जिससे की सीसी कैमरों से हर मामले पर नजर रखी जा सके।

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