बंद पड़ी फार्मा कंपनियों पर निगरानी सबकी जिम्मेदारी

हरिद्वार जिले में नकली दवा के मामले पकड़े जाने के बाद अब ड्रग विभाग ने सभी फार्मा कंपनियों के संचालकों के साथ बैठक की।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Jun 2022 07:43 PM (IST) Updated:Fri, 17 Jun 2022 07:43 PM (IST)
बंद पड़ी फार्मा कंपनियों पर निगरानी सबकी जिम्मेदारी
बंद पड़ी फार्मा कंपनियों पर निगरानी सबकी जिम्मेदारी

संवाद सूत्र, भगवानपुर: हरिद्वार जिले में नकली दवा के मामले पकड़े जाने के बाद अब ड्रग विभाग ने सभी फार्मा कंपनियों के संचालकों के साथ बैठक की। बताया कि लगातार सामने आ रहे मामलों से प्रदेश की छवि धूमिल हो रही है। साथ ही यह गंभीर अपराध भी है। इसे रोकना सबकी जिम्मेदारी है। बंद पड़ी फार्मा कंपनियों पर आसपास की फार्मा कंपनियां भी नजर रखें। यदि यहां पर कोई गतिविधि संचालित होती हैं तो इसकी सूचना ड्रग विभाग एवं पुलिस को जरूर दें।

शुक्रवार को भगवानपुर के एक होटल में फार्मा कंपनी संचालकों की बैठक में ड्रग कंट्रोलर ताजवर सिंह ने यह बात कही। कहा कि पिछले दिनों भगवानपुर क्षेत्र में एक बंद फैक्ट्री से नकली दवा मिली है। इससे पहले नकली दवा के मामले सामने आए हैं, जिसमें विभाग की ओर से कार्रवाई भी की गई है। उन्होंने कहा कि कुछ फार्मा कपंनियां बंद पड़ी हैं। ऐसे में उनकी निगरानी जरूरी है। इसके अलावा पूर्व के मामलों में पाया गया है कि कुछ कर्मचारी ऐसे रहे हैं जोकि किसी फार्मा कंपनी में काम करते थे और धीरे-धीरे उन्होंने नकली एवं मिलावटी दवा का धंधा शुरू कर दिया है। इसलिए स्टाफ की निगरानी भी जरूरी है। प्रिटिग प्रेस पर भी निगरानी बढ़ाई गई है। प्रिटिग प्रेस दवा के रेपर आदि छाप रही है। ऐसे में कोई भी आर्डर मिलने से पहले उसका लाइसेंस, अनुबंध पत्र जरूर लें। इसके बाद ही दवा के रेपर की प्रिटिग की जाए। उन्होंने कहा कि यह नियम दवा के बाक्स पर भी लागू होता है। सबको मिलकर इस पर रोक लगानी है ताकि समाज, प्रदेश एवं देश से दवा में डुप्लीकेसी करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जा सके। इस दौरान उन्होंने फार्मा कंपनियों से सुझाव भी मांगे। इस मौके पर सहायक औषधि नियंत्रक एसएस भंडारी, ड्रग निरीक्षक मानवेंद्र सिंह राणा, कुलदीप कुमार, अभिमन्यु, पंकज बंसल आदि मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी