केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत बोले, गंगा स्वच्छता को जनांदोलन की जरूरत

केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा गंगा को स्वच्छ बनाने के लिए जनांदोलन की आवश्यकता है।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Thu, 13 Jun 2019 06:50 PM (IST) Updated:Thu, 13 Jun 2019 09:08 PM (IST)
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत बोले, गंगा स्वच्छता को जनांदोलन की जरूरत
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत बोले, गंगा स्वच्छता को जनांदोलन की जरूरत

हरिद्वार, जेएनएन। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने नमामि गंगे परियोजना अंतर्गत निर्माणाधीन सीवर ट्रीटमेंट प्लांटों (एसटीपी) का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माण कार्यों की प्रगति पर संतोष जताते हुए नियत समय पर कार्य पूरा करने की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा कि समेकित प्रयास से ही गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाया जा सकता है। 

केंद्रीय जलशक्ति मंत्री शेखावत गुरुवार को लक्सर रोड स्थित जगजीतपुर पहुंचे। यहां उन्होंने करीब सौ करोड़ की लागत से 68 एमएलडी क्षमता के निर्माणाधीन एसपीटी का निरीक्षण किया। उन्होंने नमामि गंगे के डीजी राजीव रंजन मिश्र से परियोजना के संबंध में जानकारी ली। डीजी ने 80 फीसद से अधिक कार्य पूरा होने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सराय एसटीपी का निर्माण करीब-करीब पूरा हो गया है। जगजीतपुर के दोनों एसटीपी भी तय समय से पहले पूरा हो जाएंगे। 

बताया कि कार्य पूर्ण होने की अवधि फरवरी 2020 रखी है, लेकिन निर्माण कार्य सितंबर 2019 तक पूरे हो जाएंगे। जगजीतपुर के बाद केंद्रीय मंत्री लाव लश्कर के साथ सीधे नवनिर्मित चंडीघाट पहुंचे। यहां उन्होंने गंगा घाट के अलावा दूसरी ओर बने शवदाह गृह आदि का निरीक्षण किया। निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर प्रसन्नता जताते हुए साफ-सफाई और बेहतर बनाने की अपेक्षा की। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि जनसहयोग से ही गंगा स्वच्छ और निर्मल होगी। 

गंगा की पवित्रता और अविरलता अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए जनांदोलन के साथ ही सोच और व्यवहार में भी बदलाव लाना होगा। प्रदेश सरकार के अलावा, स्थानीय प्रशासन, नगर निकाय, स्वयंसेवी संगठनों का सहयोग भी अपेक्षित है। केंद्रीय मंत्री ने गंगा की अविरलता और निर्मलता को सारे बेसिन को एक साथ लेकर कार्य करने की भी प्रतिबद्धता जताई। इस दौरान पूर्व भाजपा पार्षद कन्हैया खेवड़िया, सिटी मजिस्ट्रेट जगदीश लाल आदि मौजूद रहे।

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