मोतीचूर को एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव का इंतजार

जागरण संवाददाता हरिद्वार मोतीचूर रेलवे स्टेशन पर लंबी दूरी की ट्रेनों के ठहराव की मांग

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Apr 2019 06:02 PM (IST) Updated:Wed, 03 Apr 2019 06:02 PM (IST)
मोतीचूर को एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव का इंतजार
मोतीचूर को एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव का इंतजार

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: मोतीचूर रेलवे स्टेशन पर लंबी दूरी की ट्रेनों के ठहराव की मांग लंबे समय से उठ रही है, लेकिन अब तक पूरी नहीं हो पाई है। प्रमुख ट्रेनों के स्टॉपेज न होने से संत बाहुल्य उत्तरी हरिद्वार क्षेत्र के लोगों को लंबी दूरी तय कर हरिद्वार स्टेशन पहुंचना पड़ता है। स्नान पर्व के अलावा यात्रा सीजन में यातायात का दबाव बढ़ने से उत्तरी हरिद्वार के लोगों को रेलवे स्टेशन तक पहुंचने में पसीने छूट जाते हैं। जाम के चलते यात्रियों की ट्रेन तक छूट जाती है। इतना ही नहीं मोतीचूर स्टेशन का नाम बदलकर शांतिकुंज रखने की मांग शांतिकुंज प्रमुख डॉ. प्रणव पंड्या, रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा से कर चुके हैं, लेकिन अब तक इस दिशा में भी कोई पहल नही हुई।

एनएसजी टू श्रेणी के हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर उत्तरोत्तर यात्रियों का दबाव बढ़ता जा रहा है। हर रोज औसतन दस हजार से अधिक यात्री यहां पहुंचते हैं। स्टेशन पर यात्रियों के बढ़ते दबाव और क्षेत्रीय लोगों की सहूलियत को देखते हुए अर्से से हरिद्वार से स्टे ज्वालापुर और उत्तरी हरिद्वार स्थित मोतीचूर रेलवे स्टेशन पर लंबी दूरी की सभी प्रमुख ट्रेनों के स्टॉपेज की मांग की जा रही है लेकिन अब तक यह पूरी नहीं हो पाई है। ज्वालापुर स्टेशन पर वर्तमान में पैसेंजर ट्रेनों के अलावा बाड़मेर, जनता, बांद्रा, दून एक्सप्रेस, मसूरी, हेमकुंट ही रुकती है। जबकि क्षेत्रीय लोग यहां श्रीगंगा नगर एक्सप्रेस, इलाहाबाद लिंक एक्सप्रेस, कलिंग उत्कल एक्सप्रेस आदि ट्रेनों के स्टॉपेज की मांग भी अर्से से कर रहे हैं। रेलवे परामर्शदात्री समिति के पूर्व सदस्य चौधरी चरण सिंह इसे लेकर कई दफा रेलवे अधिकारियों से लेकर जन प्रतिनिधियों को ज्ञापन दे चुके हैं लेकिन जिम्मेदारों ने इसे लेकर कोई गंभीरता नहीं दिखाई है। इन ट्रेनों के स्टॉपेज से यात्रियों को सहूलियत होगी। इसी तरह हरिद्वार स्थित मोतीचूर स्टेशन पर भी अर्से से मेल, एक्सप्रेस ट्रेनों के स्टॉपेज की मांग की जा रही है लेकिन यहां पैसेंजर ट्रेनों के अलावा केवल बांद्रा और लाहौरी एक्सप्रेस ही रुकती है। लाहौरी एक्सप्रेस भी केवल अमृतसर से देहरादून जाने के दौरान रुकती है। क्षेत्रीय पार्षद अनिल मिश्रा ने बताया कि उत्तरी हरिद्वार में मठ, मंदिर, आश्रम, धर्मशालाओं की भरमार है। स्नान पर्व के अलावा बड़े आयोजनों पर क्षेत्र में जबरदस्त भीड़ रहती है। हरिद्वार रेलवे स्टेशन पहुंचना मुश्किल भरा होता है। कई दफा ट्रेन भी छूट जाती है। कुंभ और कांवड़ मेले के दौरान ज्यादा परेशानी होती है। इतना ही नहीं मोतीचूर रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर शांतिकुंज रखने की मांग भी शांतिकुंज प्रमुख डॉ. प्रणव पंड्या 10 जनवरी को हरिद्वार पहुंचे रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा से कर चुके हैं। यहां तक कि उन्होंने स्टेशन के जीर्णोद्धार में यथासंभव सहयोग का आश्वासन भी दिया लेकिन अब तक इस दिशा में कोई कवायद नहीं हुई। इस चुनाव भी स्थानीय लोग इस मुद्दे पर जनप्रतिनिधियों से जवाब मांगने की तैयारी कर रहे हैं।

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वर्जन

ट्रेनों के स्टॉपेज का मामला हायर लेवल का है। रेल यात्रियों की ओर से इससे संबंधित कोई ज्ञापन आता है तो उसे मुरादाबाद रेलमंडल मुख्यालय भिजवा दिया जाएगा।

एमके सिंह, स्टेशन अधीक्षक, हरिद्वार

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