सफाई व्यवस्था पटरी से उतरी

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: शहर के एक और दो नंबर वार्ड की तरह टिबड़ी भी सफाई के मामले में फिसड्डी है।

By Edited By: Publish:Fri, 31 Oct 2014 03:14 AM (IST) Updated:Thu, 30 Oct 2014 07:06 PM (IST)
सफाई व्यवस्था पटरी से उतरी

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: शहर के एक और दो नंबर वार्ड की तरह टिबड़ी भी सफाई के मामले में फिसड्डी है। यहां भी कूड़ा उठान, नालियों की सफाई, सड़क पर झाड़ू न लगने से सफाई व्यवस्था पटरी से उतरी हुई है। वार्ड की यह स्थिति तब है जब कि इसी वार्ड में मेयर का कार्यालय भी है।

दो अक्टूबर को गांधी जयंती पर शुरू हुआ स्वच्छ भारत अभियान अभी शहर के वार्ड नंबर तीन तक नहीं पहुंच पाया है। बेशक दो अक्टूबर को यहां भी जनप्रतिनिधियों के नेतृत्व में स्थानीय व्यापारियों और लोगों ने सफाई अभियान चलाया था। साथ ही पूरे वार्ड को हमेशा साफ सुथरा रखने का संकल्प लिया था। पर ये सब अब यहां के हिसाब से पुरानी बातें हो गई। स्थानीय लोग तो दूसरी सफाई का पैसा लेने वाले कर्मचारी भी लापरवाही में कोई कोताही नहीं बरत रहे हैं।

वार्ड में घुसते ही सबसे पहले टिबड़ी फाटक पर ही कूड़े के दर्शन हो जाते हैं। कई कॉलोनी का कूड़ा यहां लाकर फेंक दिया जाता है, पर यहां से कूड़ा उठाने को लेकर कोई जिम्मेदारी नहीं लेता है। नतीजतन कई दिनों यहां कूड़ा पड़े पड़े सड़ता रहता है। ऊपर से लापरवाही यह कि कूड़ादान होने के बावजूद भी कूड़ा जमीन पर ही फेंका जाता है। इसके बाद भगतसिंह सिंह चौक तक रेलवे लाइन के सहारे कई स्थानों पर कूड़े से ढेर पड़े रहते हैं। बड़ी बात यह कि सड़क के इस पार शहर मेयर मनोज गर्ग का कार्यालय भी है। वार्ड के अंदर की स्थिति भी कुछ ऐसी ही है।

शिवलोक कॉलोनी के विपिन त्यागी का कहना है कि सड़कों पर झाड़ू लग जाती है, पर कचरा दूसरे दिन भी नहीं उठता। पार्को में तो कभी भी सफाई नहीं होती। कई बार पार्षद आदि से कई बार इसकी मांग की गई पर कहीं कोई सुनवाई नहीं होती। ऐसे में लोगों को खुद की पार्क आदि की सफाई करनी पड़ती है। इसी मोहल्ले के विवेक मिश्रा बताते हैं कि नालियों की सफाई को लेकर भी सफाई कर्मचारी बहुत ज्यादा संजीदा नहीं है। मन होता है तो सफाई कर देते हैं, नहीं तो सब राम भरोसे।

टिबड़ी के राजेंद्र उनियाल बताते हैं कि मोहल्ले के अंदर की गलियों में झाड़ू भी कई बार नहीं लगाई जाती। लोगों को खुद ही अपने आगे की सफाई करनी पड़ती है। मोहित सैनी कहते हैं कि मोहल्ले के बार सड़क किनारे सफाई कर्मचारी कचरा जमा कर जाते हैं। ये कचरा कभी कभी दो दिन तक नहीं उठता है। ऐसे में सड़क से गुजरना मुश्किल हो जाता है।

हम वार्ड की सफाई के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं। संसाधनों की कमी के चलते कूड़ा समय से नहीं उठ पाता है। सफाई कर्मचारियों को सफाई के संबंध में सख्त किया जाएगा।

विमला देवी, टिबड़ी हरिद्वार

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