हरिद्वार: मातृसदन में कल से शुरू होगा तप, इन मांगों को लेकर ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद करेंगे तपस्या

हरिद्वार स्थित मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने स्वामी सानंद की मांगों को पूरा करवाने के लिए 23 फरवरी यानी कल से तपस्या शुरू करने की घोषणा की है। तपस्या सदन के ही ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद शुरू करेंगे।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Mon, 22 Feb 2021 01:29 PM (IST) Updated:Mon, 22 Feb 2021 01:29 PM (IST)
हरिद्वार: मातृसदन में कल से शुरू होगा तप, इन मांगों को लेकर ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद करेंगे तपस्या
हरिद्वार स्थित मातृसदन में पत्रकारों से बातचीत करते स्वामी शिवानंद। जागरण

जागरण संवाददाता, हरिद्वार। मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने स्वामी सानंद की मांगों को पूरा करवाने के लिए 23 फरवरी यानी कल से तपस्या शुरू करने की घोषणा की है। तपस्या सदन के ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद करेंगे। उन्होंने ये भी कहा कि अगर स्वामी सानंद की मांगें मान ली जाती तो चमोली त्रासदी नहीं होती। 

हरिद्वार स्थित मातृसदन में आयोजित पत्रकार वार्ता में स्वामी शिवानंद ने बताया कि तपस्या सदन के ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रोफेसर ज्ञान स्वरूप सानंद की मांगे मान ली जाती तो आज चमोली त्रासदी नहीं होती। उन्होंने इस मामले की एसआइटी जांच के साथ दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। 

परमाध्यक्ष ने कहा कि प्रोफेसर सानंद चार मांगों मंदाकिनी, अलकनंदा, भागीरथी और उनकी सहायक नदियों पर बनने वाले सभी प्रस्तावित और निर्माणाधीन बांध को निरस्त करने, रायवाला से राय घटी तक खनन बंदी का नोटिफिकेशन, गंगा से पांच किलोमीटर दूर स्टोन क्रशर को करने के अलावा गंगा भक्त परिषद बनाने की मांग को लेकर तपस्या की और अपने प्राण त्याग दिए थे। उनकी मांगों को क्रियान्वित करने के लिए दोबारा तपस्या शुरू की जा रही है।

यह भी पढ़ें- संत की कलम से: कुंभ के आयोजन में दूर-दराज से पहुंचते हैं ऋषि-मुनि- स्वामी शिवानंद

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

chat bot
आपका साथी