जलभराव से निजात को किया स्थलीय निरीक्षण
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक के निर्देश के अगले ही दिन मंगलवार को महापौर म
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक के निर्देश के अगले ही दिन मंगलवार को महापौर मनोज गर्ग, जिला प्रशासन और भेल प्रशासन के अधिकारी शहर को जलभराव से निजात दिलाने के लिए रूट तय करने मौके पर जा पहुंचे। भगत¨सह चौक, भेल सेक्टर एक, शिवमंदिर, भेल के प्रशासनिक भवन के आसपास के क्षेत्रों का निरीक्षण कर जलनिकासी के रूट पर मंथन किया गया।
शहरी विकास मंत्री ने सोमवार को शाम जिला प्रशासन, बीएचईएल, अमृत योजना एवं एनएचएआइ के अधिकारियों के साथ बैठक की थी। इसमें भेल क्षेत्र एवं बरसात के सीजन में पहाड़ी क्षेत्रों से शहर में आने वाले जल की निकासी के लिए महापौर की अध्यक्षता में समिति को रूट तय करने का निर्देश दिया था। इसके क्रम में मंगलवार को महापौर मनोज गर्ग, एडीएम वित्त व राजस्व डॉ. ललित नारायण मिश्र, अमृत योजना अधिशासी अभियंता संजय ¨सह, भेल के नगर प्रशासक संजय कुमार आदि ने निरीक्षण किया। भेल के पीछे पहाड़ से आने वाले पानी से होने वाले जलभराव के अलावा बरसात में कड़च्छ नाले, चंद्राचार्य चौक के नालों के पानी के ओवरफ्लो होने से लगने वाले जलभराव को रोकने के हर उपाय पर स्थलीय निरीक्षण के बाद बैठक कर मंथन किया। इसमें शिव मंदिर के पास पं¨पग स्टेशन, पांडेवाला, कड़च्छ की ओर से आने वाले पानी के ठहराव के लिए दो दो तालाब बनाने पर चर्चा हुई। शहरी विकास मंत्री ने भेल अधिकारियों को निर्देश दिया था कि वे दिल्ली स्थित हेड ऑफिस से जल निकासी की कार्ययोजना के लिए 10 दिन में एनओसी मंगा लें। इस पर भी समिति में शामिल लोगों ने चर्चा की। अमृत योजना के अधिशासी अभियंता संजय ¨सह ने बताया कि भेल क्षेत्र एवं बरसात के सीजन में पहाड़ी क्षेत्रों से शहर में आने वाले जल की निकासी के लिए भगत ¨सह चौक पर जल एकत्रित कर उसे रानीपुर रो सूखी नदी में छोड़े जाने की जो योजना बनी है। उस पर जल्द ही सहमति से कार्ययोजना बनाकर शहरी विकास मंत्री को सौंप दिया जाएगा। इस दौरान भाजपा नेता नरेश शर्मा, अमृत योजना के जेई, भेल के अन्य अधिकारी, जल संस्थान के एई के अलावा दिल्ली की एक कंस्टलटेंट एजेंसी के एमडी शरत जैन आदि उपस्थित रहे। समिति के अध्यक्ष महापौर मनोज गर्ग ने बताया कि शहरी विकास मंत्री के निर्देशानुसार समिति विभिन्न पहलुओं पर मंथन कर रही है। दो दिन में पूरी रिपोर्ट तैयार कर दे दी जाएगी।