निजीकरण के विरोध में हड़ताल पर बीएसएनएलकर्मी

जागरण संवाददाता, रुड़की: बीएसएनएल के टावरों को निजी कंपनियों के हाथों सौंपने का निर्णय वापस लेने समेत

By JagranEdited By: Publish:Tue, 12 Dec 2017 06:43 PM (IST) Updated:Tue, 12 Dec 2017 06:43 PM (IST)
निजीकरण के विरोध में हड़ताल पर बीएसएनएलकर्मी
निजीकरण के विरोध में हड़ताल पर बीएसएनएलकर्मी

जागरण संवाददाता, रुड़की: बीएसएनएल के टावरों को निजी कंपनियों के हाथों सौंपने का निर्णय वापस लेने समेत विभिन्न मांगों को लेकर बीएसएनएल के कर्मचारी दो दिन की हड़ताल पर चले गए हैं। कर्मियों ने मंगलवार को सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही चेतावनी दी कि सरकार ने अपने निर्णय को वापस नहीं लिया तो इसके गंभीर परिणाम होंगे।

मंगलवार को बीएसएनएल के अधिकारी एवं कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के बैनर तले कर्मचारी दूरसंचार विभाग के दफ्तर पर एकत्र हो गए। यहां पर उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। कर्मचारियों ने कहा कि सरकार बीएसएनएल के करीब 65 हजार टावर को निजी हाथों में सौंपे जाने की तैयारी कर रही है। इसके अलावा अभी तक तृतीय वेतनमान संशोधन को लागू नहीं किया है। कर्मचारियों की अन्य समस्याओं को लेकर भी सरकार गंभीर नहीं है। पूर्व में भी इस संबंध में कई बार चेतावनी दी कि, लेकिन सरकार उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है। वहीं, कर्मचारियों की हड़ताल से उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ा। इस मौके पर एससी काला, यशपाल शर्मा, सीताराम, विवेक कुमार, अजीत कुमार, दिलेराम आदि ने विचार व्यक्त किए। प्रदर्शनकारियों में जितेंद्र ¨सह, इंदूबाला, नीलिमा, रेखारानी, आशीष कुमार, निरंजन कुमार, कलेक्टर वर्मा, अरविंद गुप्ता, दीपचंद आदि शामिल रहे।

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