2018 तक मूल स्वरूप में लौटेगी गंगा: सीएम

संवाद सहयोगी, हरिद्वार: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि जिसने गंगा को नहीं जाना, उसने संसार में कुछ

By Edited By: Publish:Fri, 09 Oct 2015 10:56 PM (IST) Updated:Fri, 09 Oct 2015 10:56 PM (IST)
2018 तक मूल स्वरूप में लौटेगी गंगा: सीएम

संवाद सहयोगी, हरिद्वार: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि जिसने गंगा को नहीं जाना, उसने संसार में कुछ नहीं जाना। मैं स्वयं गंगा की स्वच्छता को लेकर ¨चतित हूं। यदि केंद्र सरकार की ओर से राज्य सरकार को पर्याप्त संसाधन उपलब्ध कराए गए तो वर्ष 2018 तक गंगा का अपने मूल स्वरूप में लौटना तय है।

मुख्यमंत्री हरीश रावत शुक्रवार को हरिद्वार नागरिक मंच की ओर से हरकी पैड़ी मालवीय द्वीप पर आयोजित श्री गंगा महोत्सव-2015 के शुभारंभ अवसर पर पहुंचे थे। उन्होंने गंगा प्रेमियों को गंगा की स्वच्छता की शपथ दिलाई। महोत्सव का शुभारंभ मुख्यमंत्री हरीश रावत, पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि गंगा की अविरलता व निर्मलता को प्रदेश सरकार प्रयासरत है। लोगों को भी गंगा स्वच्छता को लेकर जागरुक होना होगा। आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि गंगा लाखों लोगों की आस्था का केंद्र है। गंगा के प्रति आस्था रखकर ही हर वर्ष लाखों की संख्या में यात्री धर्मनगरी पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि गंगा हिमालय के गंगोत्री से निकलकर ऋषिकेश, हरिद्वार, कानपुर, प्रयाग, ¨वध्याचल, वाराणसी, पाटलीपुत्र आदि को ¨सचित करती हुई गंगासागर में समाहित होती है। यदि गंगा को अविरल व निर्मल नहीं रखा जाएगा तो लोगों को भविष्य में को शुद्ध पेयजल नहीं मिल पाएगा। इस मौके पर नगर विधायक मदन कौशिक ने कहा कि यदि गंगा न होती तो हमारे देश का एक महत्वपूर्ण भाग बंजर तथा रेगिस्तान की तरह ही होता। इस अवसर पर स्थानीय कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। साथ ही हरिद्वार नागरिक मंच की ओर से पूर्व में सम्पन्न करायी गयी स्लोगन प्रतियोगिता के विजेता छात्र-छात्राओं को सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर वैल्वलीन ग्रुप ऑफ इन्ड्रस्टीज के मैने¨जग डायरेक्टर ऋषभ जैन, मेलाधिकारी एसए मुरुगेशन, मेला डीआइजी जीएस मर्तोलिया, भेल ईडी प्रकाश चंद, उत्तराखंड संस्कृत महाविद्यालय के कुलपति प्रो. महावीर अग्रवाल, मेयर मनोज गर्ग, एमएनए विप्रा त्रिवेदी एवं हरिद्वार नागरिक मंच के अध्यक्ष सतीश जैन, महामंत्री देवेंद्र शर्मा, नीरज कुमार, जगदीश लाल पाहवा, डॉ. सुनील कुमार बत्रा, ललित नैयर, आचार्य करुणेश मिश्र सहित मंच के अन्य पदाधिकारी व सदस्य मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी