भागवत कथा से दूर होती है अशांति

जागरण संवाददाता, रुड़की: श्री प्राचीन हनुमान मंदिर में सोमवार से सात दिवसीय श्रीमद् भागवत महापुराण अम

By Edited By: Publish:Mon, 22 Dec 2014 07:07 PM (IST) Updated:Mon, 22 Dec 2014 07:07 PM (IST)
भागवत कथा से दूर होती है अशांति

जागरण संवाददाता, रुड़की: श्री प्राचीन हनुमान मंदिर में सोमवार से सात दिवसीय श्रीमद् भागवत महापुराण अमृत कथा का शुभारंभ हो गया। कथा से पहले मंदिर से भव्य कलश यात्रा निकाली गई। इसमें 108 महिलाएं सिर पर कलश लेकर शामिल हुई।

सोमवार को अंबर तालाब स्थित श्री प्राचीन हनुमान मंदिर में भागवत कथा का शुभारंभ विधायक प्रदीप बत्रा और कथा व्यास पंडित रजनीश शास्त्री ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कथा व्यास ने कहा कि जिस स्थान पर भागवत कथा होती है, वह स्थान पवित्र हो जाता है। उन्होंने कहा कि कलयुग में पाप, अनाचार-भ्रष्टाचार बढ़ रहा है। व्यक्ति माता-पिता, गुरु और संस्कारों से दूर होते जा रहे हैं। इस कारण घर-घर में कलह हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजनों से समस्त अशांति दूर होती है। इस मौके पर पंडित अनुज शास्त्री, पंडित सुरेश दयाल ने विशेष भजन-कीर्तन कर उपस्थित भक्तों को मंत्र-मुग्ध कर दिया। कथा में हरिद्वार से पधारे याज्ञिक आचार्य पंडित उपेंद्र सकलानी, पंडित मनोज सेमवाल, पंडित हरि प्रसाद पैन्यूली, पंडित प्रकाश सेमवाल और पंडित जगदीश भट्ट के अलावा मुख्य यजमानों में सुभाष चंद, राजकुमारी, अतर सिंह, हैप्पी, पूनम त्यागी, कामेश्वरी देवी, अभिषेक वासुदेव, अमित कुमार, गुरशरण जुल्का, प्रदीप कुमार, केपी सिंह, भोपाल सिंह, गोपाल सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।

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