हरिद्वार महाकुंभ को 2200 करोड़ के काम, तैयारी में जुटी सरकार

हरिद्वार में 2021 में होने वाले महाकुंभ के लिए 2200 करोड़ के कार्य प्रस्तावित किए जा रहे हैं। इनमें 85 फीसद स्थायी प्रकृति के हैं। इसकी तैयारी में प्रदेश सरकार जुट गई है।

By BhanuEdited By: Publish:Wed, 24 Jan 2018 11:57 AM (IST) Updated:Wed, 24 Jan 2018 09:26 PM (IST)
हरिद्वार महाकुंभ को 2200 करोड़ के काम, तैयारी में जुटी सरकार
हरिद्वार महाकुंभ को 2200 करोड़ के काम, तैयारी में जुटी सरकार

देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: हरिद्वार में 2021 में होने वाले महाकुंभ की तैयारियों के लिए राज्य सरकार जुट गई है। इस सिलसिले में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने सचिवालय में समीक्षा की। बताया गया कि महाकुंभ के लिए 2200 करोड़ के कार्य प्रस्तावित किए जा रहे हैं। इनमें 85 फीसद स्थायी प्रकृति के हैं। 

मेला क्षेत्र 130 वर्ग किमी होगा और हरिद्वार, देहरादून, टिहरी और पौड़ी जिलों के भूभाग इसमें शामिल होंगे। संपूर्ण मेला क्षेत्र 32 सेक्टर में विभाजित है। यह भी जानकारी दी गई कि 2010 के कुंभ में छह सौ करोड़ रुपये व्यय हुए थे।

जानकारी दी गई कि 2021 के कुंभ के लिए सिंचाई विभाग 36.62 करोड़ की लागत से कांगड़ी घाट का विस्तारीकरण, दीनदयाल उपाध्याय पार्किंग से चंडी पुल तक गंगा किनारे आस्था पथ निर्माण, कांगड़ी में घाट और गंगनहर के दायें धनोरी-सिडकुल लिंक मार्ग के कार्य प्रस्तावित किए हैं।

लोनिवि द्वारा 1607 करोड़ के कार्य प्रस्तावित हैं, जिसमें 1565 करोड़ से हरिद्वार ङ्क्षरग रोड का निर्माण मुख्य है। स्वास्थ्य विभाग ने 170 करोड़, ऊर्जा निगम ने 149 करोड़, जल संस्थान ने 11 करोड़ और पेयजल निगम ने 19 करोड़ के कार्यों के प्रस्ताव दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्थायी प्रकृति के कार्यों को शीघ्र चिह्नित किया जाए और जो कार्य पूरे हो सकते हैं, वहीं शुरू किए जाएं। कुंभ शुरू होने के बाद कोई भी कार्य निर्माणाधीन न रहे। उन्होंने हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण को मेले की आवश्यकतानुसार स्थल चिह्नित करने को कहा।

उन्होंने कुंभ मेला क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था और भीड़ प्रबंधन को शीर्ष प्राथमिकता देने को कहा। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक एके रतूड़ी ने बताया कि कुंभ मेले में 20 हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात होंगे। विभाग ने कुंभ के लिए 54 करोड़ के स्थायी निर्माण, 30 करोड़ के सुरक्षा उपकरण व अन्य संसाधन और 45 करेाड़ रनिंग बजट का आकलन किया है। 

आग व भगदड़ की घटनाएं रोकने को विशेष कार्ययोजना बनेगी। उन्होंने गढ़वाल मंडलायुक्त को कुंभ की तैयारियों के मद्देनजर सभी विभागों की नियमित बैठकें करने के निर्देश दिए। इसके लिए मंडलायुक्त एक प्रारंभिक प्लान प्रस्तुत करेंगे, ताकि समय रहते बजट व संसाधनों की व्यवस्था शुरू हो सके।

लोगो के लिए एक लाख का पुरस्कार

म ख्यमंत्री ने महाकुंभ का लोगो डिजाइन कर कुंभ की समाप्ति तक हर सरकारी क्रियाकलाप में इसका उपयोग करने के निर्देश दिए। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए राज्यवासियों से महाकुंभ के लिए थीम आधारित लोगो का सुझाव देने का आह्वान भी किया। उन्होंने कहा कि चयनित होने वाले लोगो को एक लाख का नकद पुरस्कार दिया जाएगा।

रिंग रोड पर बिफरे मुख्यमंत्री

समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने हरिद्वार में प्रस्तावित ङ्क्षरग रोड को एनएच में तब्दील करने का प्रस्ताव अभी तक केंद्र को न भेजने पर खासी नाराजगी जाहिर की। लोनिवि के प्रमुख अभियंता को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने कहा कि छह माह से ङ्क्षरग रोड की बात चल रही है। फिर इसे एनएच घोषित करने का प्रस्ताव क्यों नहीं भेजा गया। सीएम ने ने कार्य में सुधार की नसीहत देते हुए तत्काल ङ्क्षरग रोड और पुलों का सर्वे कार्य प्रारंभ करने को कहा।

अखाड़ों की सुविधा का रखें ख्याल

शहरी विकास मंत्री कौशिक ने कहा कि हरिद्वार में अखाड़ों के लिए बिजनौर रोड पर स्थान चिह्नित कर उनके लिए सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएंगी। इसके लिए अखाड़ों से सैद्धांतिक सहमति मिल गई है। उन्होंने जिला प्रशासन से कहा कि वह अखाड़ों की सुविधा और स्नान के दिनों की आवश्यकतानुसार योजना बनाए।

अगले माह सीएम करेंगे निरीक्षण

मुख्यमंत्री अगले माह कुंभ मेला क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण करेंगे। इस दौरान पूर्व के कुंभों में तैनात पुलिस व प्रशासन के वरिष्ठ अफसर और मेला अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। बताया गया कि कुंभ प्रारंभ होने से दो वर्ष पहले एक स्थायी मेलाधिकारी की तैनाती की जाएगी।

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