अपना 'हक' पाने को अब कोर्ट जाएंगे उत्तराखंड के ओलिंपियन गुरमीत सिंह, जानिए क्या है पूरा मामला

उत्तराखंड में एक ओलिंपियन को अपने हक के लिए कोर्ट का रुख करना पड़ रहा है। बाजपुर निवासी ओलिंपियन गुरमीत सिंह को खेल विभाग से अपना हक यानी पुरस्कार राशि के लिए लड़ाई लड़नी पड़ रही है। चलिए आपको बताते हैं पूरा मामला क्या है।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Sat, 20 Nov 2021 08:58 AM (IST) Updated:Sat, 20 Nov 2021 08:58 AM (IST)
अपना 'हक' पाने को अब कोर्ट जाएंगे उत्तराखंड के ओलिंपियन गुरमीत सिंह, जानिए क्या है पूरा मामला
अपना 'हक' पाने को अब कोर्ट जाएंगे उत्तराखंड के ओलिंपियन गुरमीत सिंह>

जागरण संवाददाता, देहरादून। खेलों को बढ़ावा देने के लिए अन्य प्रदेशों की सरकार पदक विजेता खिलाड़ियों पर खूब धन वर्षा करती है, लेकिन उत्तराखंड में एक ओलिंपियन को अपने हक के लिए कोर्ट का रुख करना पड़ रहा है। बाजपुर निवासी ओलिंपियन गुरमीत सिंह को खेल विभाग से अपना 'हक' यानी पुरस्कार राशि के लिए लड़ाई लड़नी पड़ रही है। गुरमीत सिंह ने बताया कि उन्होंने मार्च 2016 में एशियन चैंपियनशिप में 20 किमी रेस वाक में स्वर्ण पदक जीता था। खेल नीति-2014 के अनुसार इस उपलब्धि के लिए उन्हें 10 लाख की पुरस्कार राशि मिलनी थी। वहीं, मई 2016 में इटली में आयोजित हुई वर्ल्ड रेस वाक चैंपियनशिप में प्रतिभाग करने पर एक लाख मिलने थे, लेकिन विभाग ने उन्हें एशियन चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने पर पांच लाख और वल्र्ड रेस वाक चैंपियनशिप में प्रतिभाग करने के लिए 50 हजार रुपये दिए। गुरमीत ने बताया कि कई बार खेल विभाग के संयुक्त निदेशक डा. धर्मेंद्र भट्ट से पत्राचार भी किया, मगर विभाग ने उन्हें दिसंबर 2016 में खेल नीति में हुए संशोधन का हवाला देकर बची हुई पुरस्कार राशि देने से इंकार कर दिया। गुरमीत का कहना है कि ऐसे में उन्होंने अपने हक के लिए कोर्ट जाने का मन बनाया है।

संयुक्त निदेशक खेल सतीश सार्की का कहना है कि ओलिंपियन गुरमीत को कम पुरस्कार राशि देने का मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। सरकार की जो भी गाइडलाइन होती है विभाग उसी के तहत कार्य करता है। खेल विभाग खिलाडिय़ों की उन्नति के लिए हर संभव कदम उठा रहा है।

सांस्कृतिक छटा बिखेरी, खेल के मैदान पर दिखा दम

दून मेडिकल कालेज में वार्षिक फेस्ट फार्निक्स का शुक्रवार को रंगारंग आगाज हो गया। इसमें दिन में खेलकूद, रंगोली, स्केच समेत विभिन्न प्रतियोगिताएं हुईं। एमबीबीएस छात्रों ने इन प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। खेल में क्रिकेट, वालीबाल, बैडमिंटन, कैरम, खो-खो समेत विभिन्न प्रतियोगिताएं हो रही हैं। वहीं, सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी छात्रों ने अपना हुनर दिखाया।

इस दफा पहली बार अंतर महाविद्यालय प्रतियोगिता भी हो रही हैं, जिसमें हल्द्वानी और श्रीनगर मेडिकल कालेज के छात्र भी हिस्सा ले रहे हैं। देर शाम सहल-ए-हयात नामक मुशायरे का आयोजन किया गया। इसमें छात्रों ने अपनी शायरी, नजमों और कविताओं से समा बांधा। शनिवार को मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री पुष्कर धामी और कैबिनेट मंत्री डा. धन सिंह रावत समारोह में शिरकत करेंगे। इस दौरान डा. युसुफ रिजवी, डा. देश दीपक, डा. अनिल जोशी, डा. अशोक कुमार, डा. अतुल कुमार, डा. आशीष, डा. सुशील ओझा, डा. चित्रा जोशी आदि मौजूद रहे।

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