Uttarakhand: निजी स्कूल की मनमानी से और परेशान होने की जरूरत नहीं... अब पैरेंट्स यहां कर सकते हैं शिकायत

Private School Complaint Cell शिकायत निवारण प्रकोष्ठ में अभिभावक किसी भी कार्य दिवस में दोपहर एक से शाम पांच बजे तक शिकायत दर्ज करा सकते हैं। अभिभावक प्रवेश शुल्क पाठ्य पुस्तक स्कूल वैन गणवेश आदि से संबंधित शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इन शिकायत पर विभाग जल्द से जल्द कार्रवाई करेगा। इसके माध्यम से अब मुख्यत निजी विद्यालयों की ओर से की जाने वाली मनमानियों पर रोक लगेगी।

By Ashok Kumar Edited By: Nirmala Bohra Publish:Sun, 07 Apr 2024 09:32 AM (IST) Updated:Sun, 07 Apr 2024 09:32 AM (IST)
Uttarakhand: निजी स्कूल की मनमानी से और परेशान होने की जरूरत नहीं... अब पैरेंट्स यहां कर सकते हैं शिकायत
Private School Complaint Cell: निजी समेत शासकीय व अशासकीय विद्यालयों की कर सकते हैं शिकायत

HighLights

  • मुख्य शिक्षा अधिकारी (सीईओ) प्रदीप रावत ने जारी किया आदेश

जागरण संवाददाता, देहरादून : Private School Complaint Cell: देहरादून में निजी स्कूलों की मनमानी अब नहीं चलेगी। मुख्य शिक्षा अधिकारी (सीईओ) प्रदीप रावत ने अभिभावकों के लिए शिकायत निवारण प्रकोष्ठ का गठन किया है। अभिभावक किसी भी कार्य दिवस में दोपहर एक से शाम पांच बजे तक शिकायत दर्ज करा सकते है।

इसके लिए दूरभाष नंबर 0135-2787028 व ईमेल आइडी deo.dehradun.dir@gmail.com भी जारी की गई है। इस प्रकोष्ठ में अभिभावक प्रवेश शुल्क, पाठ्य पुस्तक, स्कूल वैन, गणवेश आदि से संबंधित शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इन शिकायत पर विभाग जल्द से जल्द कार्रवाई करेगा।

निजी स्कूल अभिभावकों पर बना रहे दबाव

शनिवार को मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रदीप रावत ने बयान जारी कर अभिभावकों को बड़ी राहत दी। पहली अप्रैल से सभी निजी, सहायता प्राप्त अशासकीय विद्यालय व शासकीय विद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। इस दौरान प्रवेश शुल्क, गणवेश, किताबों आदि को किसी एक बुक सेलर से खरीदने का निजी स्कूल अभिभावकों पर दबाव बना रहे हैं।

कुछ विद्यालय हर साल यूनिफार्म में बदलाव कर रहे हैं। इससे जिन गरीब और मध्यवर्गीय परिवार के दो से तीन बच्चे निजी स्कूलों में पढ़ रहे हैं वह इस प्रकार का खर्चा वहन करने की स्थिति में नहीं है। निजी स्कूल के खिलाफ विरोध करने का साहस कोई अभिभावक नहीं उठा सकता है।

अभिभावकों की इस परेशानी के समाधान को मुख्य शिक्षा अधिकारी आगे आए है और शिकायत निवारण प्रकोष्ठ का गठन किया है। इसके माध्यम से अब मुख्यत: निजी विद्यालयों की ओर से की जाने वाली मनमानियों पर रोक लगेगी।

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