Uttarakhand Election 2022: उत्‍तराखंड में प्रत्याशियों की घोषणा के लिए भाजपा और कांग्रेस पर टिकी निगाहें

Uttarakhand Vidhan Sabha Election 2022 उत्तराखंड में नामांकन प्रक्रिया शुरू होने में अब दो दिन का वक्‍त है। पर अभी तक भाजपा और कांग्रेस ने प्रत्याशियों ने नाम घोषित नहीं किए हैं। इस बीच सीएम धामी और मदन कौशिक दिल्ली पहुंच गए।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Tue, 18 Jan 2022 09:19 PM (IST) Updated:Wed, 19 Jan 2022 07:35 AM (IST)
Uttarakhand Election 2022: उत्‍तराखंड में प्रत्याशियों की घोषणा के लिए भाजपा और कांग्रेस पर टिकी निगाहें
उत्‍तराखंड में प्रत्याशियों की घोषणा को भाजपा-कांग्रेस पर टिकी निगाहें।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू होने में अब दो दिन का ही समय शेष है, लेकिन भाजपा और कांग्रेस ने अभी अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक मंगलवार शाम को दिल्ली पहुंच गए, जहां वह बुधवार को होने वाली केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में हिस्सा लेंगे। जहां तक कांग्रेस की सूची का सवाल है, अब केंद्रीय चुनाव समिति पर नजरें टिकी हैं। समिति की बैठक एक-दो दिन में हो सकती है।

राज्य की सभी 70 सीटों के लिए प्रदेश भाजपा ने प्रत्याशियों के नामों का पैनल रविवार को दिल्ली में पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को सौंप दिया था। बुधवार को होने वाली प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में उत्तराखंड के पैनल पर चर्चा होगी। संभावना है कि बुधवार शाम या फिर गुरुवार को भाजपा प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर देगी। सूत्रों के अनुसार लगभग ढाई दर्जन सीटों पर प्रत्याशियों के नाम तय हो चुके हैं, लेकिन अन्य सीटों के प्रत्याशियों को लेकर भाजपा नेतृत्व सभी पहलुओं पर मंथन कर रहा है। मंगलवार शाम मुख्यमंत्री धामी और प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार हवाई मार्ग से दिल्ली पहुंच गए, जबकि प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक सड़क मार्ग से दिल्ली गए। जागरण से बातचीत में कौशिक ने कहा कि पार्टी पहली सूची गुरुवार तक जारी कर देगी।

कांग्रेस की प्रदेश स्क्रीनिंग कमेटी ने बीते रोज प्रत्याशियों का पैनल केंद्रीय चुनाव समिति को सौंपा था। जिन सीटों पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह के बीच आपसी सहमति नहीं बन पाई थी, उनमें दोनों की ओर से पसंदीदा दावेदारों को जिताऊ बताते हुए लिखित ब्योरा दिया गया। प्रदेश के दिग्गजों के तर्कों को पार्टी के सर्वे के आधार पर भी परखा जाएगा। दो दर्जन से अधिक सीटों पर दोनों नेताओं में मतभेद उभरे हैं। 40 से अधिक सीटों पर आम सहमति बनी है। अब प्रत्याशियों के मामले में केंद्रीय चुनाव समिति को फैसला लेना है, जिसकी बैठक एक-दो दिन में होने की संभावना जताई जा रही है।

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