हरिद्वार : मनसा देवी मंदिर के नाम पर बनाया फर्जी ट्रस्ट, नौ के खिलाफ मुकदमा दर्ज

Uttarakhand Crime News हरिद्वार में मनसा देवी मंदिर के नाम पर फर्जी ट्रस्‍ट बनाने का मामला सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने नौ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोप है कि फर्जी ट्रस्‍ट के नाम पर धन की उगाही की गई।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Wed, 20 Apr 2022 03:27 PM (IST) Updated:Wed, 20 Apr 2022 03:27 PM (IST)
हरिद्वार : मनसा देवी मंदिर के नाम पर बनाया फर्जी ट्रस्ट, नौ के खिलाफ मुकदमा दर्ज
Uttarakhand Crime News: हरिद्वार में मनसा देवी मंदिर के नाम पर फर्जी ट्रस्‍ट बनाने का मामला सामने आया है।

जागरण संवाददाता हरिद्वार: मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के नाम से मिलता-जुलता फर्जी ट्रस्ट बनाने का मामला सामने आया है। मामले में पुलिस ने मंदिर के एक कर्मचारी समेत नौ आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

आरोप है कि फर्जी ट्रस्ट बनाकर ना सिर्फ धन की उगाही की गई, बल्कि मंदिर पर कब्जे की साजिश भी रची गई। पुलिस ने मुकदमा दर्जकर मामले की जांच शुरू कर दी है।

मनसा देवी मंदिर के ट्रस्टी अनिल शर्मा ने तहरीर देकर बताया कि मंदिर के कर्मचारी सुरेश तिवारी निवासी नई बस्ती ऋषिकुल, ठाकुर सिंह निवासी शिवलोक कालोनी हरिद्वार, वासु, सुदामा शुक्ला निवासी अमरधाम जस्साराम रोड श्रवणनाथ नगर, अश्विनी शुक्ला निवासी निर्मला छावनी हरिद्वार, आकाश शर्मा निवासी रामघाट, विनोद चौधरी बूढ़ी माता मंदिर कनखल, हितेश राज पुरोहित निवासी द्वारिका विहार कनखल और हिमांशु शर्मा निवासी राजघाट कनखल हरिद्वार ने मिलकर मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट से मिलते-जुलते नाम का प्रयोग कर फर्जी तरीके से मां मनसा देवी मंदिर धर्मार्थ ट्रस्ट बनाया।

इसमें राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क हरिद्वार के पते का प्रयोग कर फरवरी माह में सब रजिस्ट्रार कार्यालय हरिद्वार में पंजीकरण करा लिया, जिसमें राजाजी टाइगर रिजर्व का क्षेत्र का पता दर्शाया गया है। सुरेश तिवारी को ट्रस्ट का अध्यक्ष, वासु सिंह को सचिव, अश्विनी शुक्ला को कोषाध्यक्ष, आकाश शर्मा, विनोद चौधरी, हितेश राजपुरोहित, हिमांशु शर्मा सदस्य दर्शाया गया।

आरोप है कि मनसा देवी मंदिर के नाम पर धोखाधड़ी करते हुए श्रद्धालुओं से दान एकत्र करने की नीयत से ये सब किया गया है। शहर कोतवाल राकेंद्र कठैत ने बताया कि आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी, कूटरचना आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।

श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने जताया जान का खतरा, मंदिर कर्मचारी को हटाया

मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट में फर्जीवाड़े की साजिश रचने वाले कर्मचारी को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने पत्रकार वार्ता करते हुए साजिश रचने वालों से अपनी जान का खतरा जताया। साथ ही मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के नाम से मिलता-जुलता फर्जी ट्रस्ट रजिस्टर्ड करने पर रजिस्ट्रार पर भी आरोप लगाए। साथ ही मंदिर के पुजारियों व कर्मचारियों को चोरी ना करने की हिदायत भी दी। इसके अलावा श्रीमहंत ने श्रद्धालुओं से भी अपील की है कि वह दान देकर उसकी रसीद जरूर लें।

बुधवार शाम मनसा देवी मंदिर में पत्रकारों से वार्ता करते हुए अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी (निरंजनी) महाराज ने बताया कि फर्जीवाड़े की साजिश में शामिल मंदिर के कर्मचारी सुरेश तिवारी को हटा दिया गया है। इससे आगे की कार्रवाई पुलिस करेगी।

श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने बताया कि सभी कर्मचारियों को हिदायत दी गई है कि कोई भी श्रद्धालुओं को छोटे-बड़े दान की रसीद अवश्य देगा। दान में आने वाले सोना-चांदी को कार्यालय के रजिस्टर में अंकित कराएंगे। श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि मंदिर में आने वाले दान का पैसा उत्तराखंड के विकास में लगाया जाएगा। केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह व गुफा को चांदी से सजाया जाएगा।

1963 से चला आ रहा ट्रस्ट

श्रीमंत रविंद्र पुरी ने कहा कि मनसा देवी ट्रस्ट कोई दो-चार 10 दिन का ट्रस्ट नहीं है। 1963 से यह ट्रस्ट चला आ रहा है और यह एक वसीयत ट्रस्ट है। यहां का एक मुफ्तखोर गैंग है, जो काम नहीं करना चाहता। फर्जी ट्रस्ट बनाने वाले इस मंदिर पर कब्जा करना चाहते हैं।

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