अनलॉक के पहले चरण पर भारी रहा अनलॉक 2.0, आज से अनलॉक का तीसरा चरण शुरू

अनलॉक के एक-एक माह के इन दोनों चरणों में भी कोरोना वायरस ने कहर बरपाया है। शनिवार एक अगस्त से अनलॉक का तीसरा चरण शुरू हो गया है।

By Edited By: Publish:Sat, 01 Aug 2020 03:00 AM (IST) Updated:Sat, 01 Aug 2020 09:54 AM (IST)
अनलॉक के पहले चरण पर भारी रहा अनलॉक 2.0, आज से अनलॉक का तीसरा चरण शुरू
अनलॉक के पहले चरण पर भारी रहा अनलॉक 2.0, आज से अनलॉक का तीसरा चरण शुरू

देहरादून, जेएनएन। कोरोना के खिलाफ जंग में लॉकडाउन के बाद अब अनलॉक के दो चरण भी पूरे हो गए हैं। अनलॉक के एक-एक माह के इन दोनों चरणों में भी कोरोना वायरस ने कहर बरपाया है। शनिवार एक अगस्त से अनलॉक का तीसरा चरण शुरू हो गया है। ऐसे में कुछ और पाबंदियों पर छूट मिलने के चलते संक्रमण और ज्यादा फैल सकता है। विशेषज्ञ भी इस बात मे इत्तेफाक रखते हैं। यानि अब पहले से कई ज्यादा सतर्कता बरतनी होगी। कुल मिलाकर अनलॉक-तीन में चुनौतिया और भी बढ़ सकती हैं। क्योंकि अनलॉक के पहले दो चरणों के नतीजे भी इसका संकेत देते हैं।

बात अगर उत्तराखंड की करें तो यहा पर अनलॉक एक व दो में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ा है। इस दौरान आम ही नहीं बल्कि खास भी संक्रमण की चपेट में आने से बच नहीं सके। पूर्व में संक्रमित मिले मरीजों के संपर्क में आए व बिना ट्रेवल हिस्ट्री वाले लोगों के अलावा कई चिकित्सक, नर्स, पुलिसकर्मी, व्यापारी, कैदी व स्थानीय नागरिक भी इस दौरान संक्रमित मिले हैं। चार मैदानी जिलों देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल व ऊधमसिंहनगर में इस अवधि में वायरस ने कुछ ज्यादा ही कहर बरपाया है। 

यह क्रम फिलवक्त में थमता दिख नहीं रहा है। अनलॉक का पहला चरण एक जून से 30 जून तक रहा। इस दौरान राज्य के 13 जनपदों में कोरोना संक्रमण के कुल 1975 मामले मिले। जबकि संक्रमण दर 5.30 प्रतिशत के करीब रही। पर अनलॉक के दूसरे चरण में मामले 117 फीसद (अनलॉक-एक की तुलना में) बढ़ गए। एक जुलाई से 31 जुलाई के बीच राज्य में 4302 मामले मिले हैं। हालांकि, इस दौरान संक्रमण दर कुछ कम यानि 4.48 फीसद के आसपास रही है। 

दूसरे चरण में 157 फीसद अधिक जांच प्रदेश में जांच की रफ्तार बढ़ने के साथ ही कोरोना के मामले भी बढ़ते गए। पिछले दो माह से राज्य में जांच का दायरा काफी बढ़ा है। अनलॉक-एक (एक जून से 30 जून) में 13 जनपदों में कुल 37 हजार 291 सैंपलों की जांच हुई है। जांच का प्रतिदिन का औसत 1243 रहा, लेकिन इस बीच मामले तेजी से बढ़ने लगे तो सिस्टम को जांच बढ़ाने पर और जोर देना पड़ा। 

लिहाजा अनलॉक-दो (एक जुलाई से 31 जुलाई) में 95 हजार 947 सैंपलों की जांच हुई है। यानि जांच का प्रतिदिन का औसत 3095 रहा, जो पहले चरण के अनलॉक की तुलना में 157 फीसद अधिक है। चिंता की बात यह कि अनलॉक के दोनों चरणों में संक्रमित मरीजों की मृत्यु दर में भी तेजी से इजाफा हुआ है। पहले चरण में 36 मरीजों की तो दूसरे चरण में 41 मरीजों की मौत कोरोना से हुई है।

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