एटीएम के गार्ड को अधमरा के मामले में जीजा और साला गिरफ्तार
आइडीबीआइ एटीएम के गार्ड पर हथौड़े से जानलेवा हमला कर एटीएम लूटने की कोशिश करने वाले को आखिरकार सात दिन बाद पुलिस ने ढूंढ निकाला। आरोपी और उसके जीजा को गिरफ्तार कर लिया।
देहरादून, [जेएनएन]: सहारनपुर चौक स्थित आइडीबीआइ एटीएम के गार्ड पर हथौड़े से जानलेवा हमला कर एटीएम लूटने की कोशिश करने वाले को आखिरकार सात दिन बाद पुलिस ने ढूंढ निकाला। आरोपी मोहम्मद आमिर और उसके जीजा को गिरफ्तार कर लिया।
जीजा पर आरोपी के बारे में जानकारी छुपाने का आरोप है। पुलिस के मुताबिक घटना वाले दिन आरोपी ने पहले नेहरू कॉलोनी क्षेत्र से चुराए गए एटीएम कार्ड से रुपये निकालने की कोशिश की। रुपये नहीं निकले तो उसने गार्ड पर जानलेवा हमला कर एटीएम लूटने की योजना बनाई थी।
इसी तीन दिसंबर को सहारनपुर चौक स्थित आइडीबीआइ के एटीएम कक्ष में बुजुर्ग गार्ड राजेंद्र सिंह पुत्र स्व. राधेश्याम निवासी श्रीदेव सुमन नगर गंभीर रूप से घायल अवस्था में मिला था। राजेंद्र के सिर पर हथौड़े से वार कर जानलेवा हमला किया गया था। तब से पुलिस हमलावर को तलाश रही थी।
सीसीटीवी फुटेज से मिली उसकी तस्वीर भी पुलिस ने प्रसारित की थी।
एसपी सिटी प्रदीप राय ने बताया कि इस सिलसिले में आमिर पुत्र मोहम्मद याकूब को पटेलनगर इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी निशानदेही पर घटना के दौरान पहने कपड़े, हेलमेट व स्कूटी भी बरामद कर ली गई है।
उसके बारे में जानकारी छुपाने पर जीजा तस्लीम पुत्र इशलामुद्दीन को भी गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी मूल रूप से मोहल्ला जाटान बिजनौर का रहने वाला है और यहां प्लंबर का काम करता था। वह यहां टीएचडीसी कॉलोनी देहराखास में अपने जीजा तस्लीम के यहां रहता था।
बहन की शादी के लिए चाहिए थे पैसे
आरोपी ने पूछताछ में बताया वह पांच भाई-बहन हैं। दो बहनों की शादी हो चुकी है और एक बहन की शादी 18 दिसंबर को है। शादी के लिए घरवालों ने पैसों की मांग की थी। कुछ दिन पहले उससे थाना नेहरू कॉलोनी से नरेश डेयरी के काउंटर से एक पर्स उठाया था। जिसमें दो एटीएम थे। उसने इन एटीएम से पैसे निकालने की योजना बनाई थी। लेकिन, पैसे नहीं निकले थे।
घटना के दिन तीन बार गया एटीएम पर
आरोपी ने बताया कि चुराए एटीएम से पैसे निकालने के लिए वह दो दिसंबर को सहारनपुर चौक स्थित आइडीबीआइ एटीएम पहुंचा। यहां उसे एक बुजुर्ग गार्ड मिला। जहां उसने एटीएम को कई बार स्वैप किया, लेकिन पैसे नहीं निकले। इसके बाद उसने गार्ड से पैसे न होने की बात की और गार्ड ने एक चाबी से एटीएम के ऊपरी हिस्से को खोलकर बंद कर दिया।
यह देख उसने सोचा कि वह भी एटीएम मशीन को तोड़कर पैसे निकाल सकता है। इसके बाद वह दोबारा एटीएम में गया तो उस समय वहां दूसरा गार्ड था, वह भी बुजुर्ग था। तब भी पहले उसने पैसे निकालने की कोशिश की, लेकिन पैसे नहीं निकले।
इसके बाद वह रात को करीब 11 बजे एटीएम पहुंचा तो तब गार्ड सोया हुआ था। उसने शटर डाउनकर गार्ड के सिर पर अपने साथ लाए हथौड़े से कई वार किए। गार्ड की मौत होना समझकर उसने चाबी खोजी और न मिलने पर हथौड़े से एटीएम को तोड़ने का प्रयास किया। सफल नहीं हो पाया और वहां से भाग गया।
महिला चीता कर्मियों का रहा अहम रोल
इस एटीएम लूट के प्रयास की घटना में पटेलनगर क्षेत्र की महिला चीता कर्मियों की अहम भूमिका रही। महिला चीता कर्मी आरक्षी मंजू और रिक्रूट आरक्षी रमिता रावत ने ही सबसे पहले आमिर के देहराखास में होने का पता लगाया था।
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